

हेमकुंड साहिब के कपाट आज दोपहर 2 बजे बंद होंगे। इस साल अब तक 2.72 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं। हाल ही में हुई बर्फबारी से क्षेत्र बर्फ से ढक गया है। लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट भी दोपहर 12:31 बजे बंद होंगे। सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
हेमकुंड साहिब के कपाट आज होंगे बंद
Chamoli: उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध सिख तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब के कपाट आज यानी 10 अक्टूबर को दोपहर 2 बजे श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए अंतिम बार खुलेंगे। इसके बाद, सर्दियों की शुरुआत और क्षेत्र में बर्फबारी के कारण कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
इस वर्ष तीर्थयात्रा सीजन के दौरान अब तक कुल 2 लाख 72 हजार से अधिक श्रद्धालु हेमकुंड साहिब के दर्शन कर चुके हैं। हर वर्ष देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु बर्फीली ऊंचाइयों पर स्थित इस पवित्र स्थल की कठिन यात्रा करते हैं। इस बार यात्रा के अंतिम चरण में भी श्रद्धालुओं में उत्साह बना रहा।
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पिछले कुछ दिनों में हुई मौसम की पहली बर्फबारी के चलते हेमकुंड साहिब और आसपास का पूरा क्षेत्र बर्फ से ढक गया है। तापमान में गिरावट और बर्फीले रास्तों के कारण यात्रा में जोखिम बढ़ गया है। मौसम विभाग की चेतावनी और प्रशासन की सलाह को ध्यान में रखते हुए कपाट बंद करने की प्रक्रिया को समय से पहले शुरू किया गया।
हेमकुंड साहिब के साथ ही यहां स्थित लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के भी कपाट आज दोपहर 12 बजकर 31 मिनट पर बंद कर दिए जाएंगे। यह मंदिर भी श्रद्धालुओं के लिए विशेष आस्था का केंद्र है और हर वर्ष हजारों लोग यहां दर्शन को आते हैं।
हेमकुंड साहिब के कपाट आज दोपहर 2 बजे बंद होंगे। इस साल अब तक 2.72 लाख श्रद्धालु कर चुके हैं दर्शन। हाल की बर्फबारी से पूरा क्षेत्र बर्फ से ढका है। लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट भी दोपहर 12:31 बजे बंद होंगे। तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। #HemkundSahib #Chamoli #Uttarakhand pic.twitter.com/PLL48HlONy
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) October 10, 2025
हेमकुंड गुरुद्वारा प्रबंधन समिति और स्थानीय प्रशासन ने कपाट बंदी की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। क्षेत्र में सुरक्षा बलों की तैनाती के साथ-साथ स्वास्थ्य और आपातकालीन सेवाएं भी मुस्तैद हैं, ताकि अंतिम दिन किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो।
अब हेमकुंड साहिब के कपाट अगले वर्ष मई-जून 2026 में मौसम अनुकूल होने पर खोले जाएंगे। इसके बाद ही श्रद्धालु दोबारा इस पवित्र स्थल के दर्शन कर सकेंगे। हेमकुंड साहिब की यात्रा इस वर्ष भी श्रद्धा, विश्वास और भक्ति का अद्भुत उदाहरण रही। बर्फबारी के कारण कपाट बंद किए जा रहे हैं, लेकिन श्रद्धालुओं की आस्था बरकरार है। अगले वर्ष फिर से यह पवित्र स्थल अपने भक्तों के स्वागत के लिए तैयार होगा।