हरिद्वार में विजिलेंस का बड़ा एक्शन: रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया लिपिक

हरिद्वार जिले के मंगलौर क्षेत्र में शुक्रवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए विजिलेंस टीम ने सहायक चकबंदी अधिकारी कार्यालय में तैनात लिपिक विनोद कुमार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

Post Published By: Rohit Goyal
Updated : 4 July 2025, 9:10 PM IST
google-preferred

Haridwar: हरिद्वार जिले के मंगलौर क्षेत्र में शुक्रवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए विजिलेंस टीम ने सहायक चकबंदी अधिकारी कार्यालय में तैनात लिपिक विनोद कुमार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। यह कार्रवाई सतर्कता अधिष्ठान, सेक्टर देहरादून की टीम द्वारा पीड़ित की शिकायत पर की गई।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार पीड़ित व्यक्ति ने विजिलेंस विभाग को दी गई शिकायत में बताया कि उसके भाई ने हाल ही में एक प्लॉट खरीदा था, जिसका दाखिला खारिज (mutation) कराने के लिए वह संबंधित कार्यालय में गया था। वहीं तैनात लिपिक विनोद कुमार ने प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के बदले 2100 रुपये की रिश्वत की मांग की थी।

शिकायत को गंभीरता से लेते हुए विजिलेंस की टीम ने जाल बिछाया और तय योजना के अनुसार जैसे ही पीड़ित ने आरोपी को रिश्वत की रकम सौंपी, टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर आरोपी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तारी के तुरंत बाद टीम ने आरोपी विनोद कुमार के आवास और अन्य संपत्तियों की तलाशी शुरू कर दी है। तलाशी के दौरान आय से अधिक संपत्ति की जांच भी की जा रही है, ताकि भ्रष्टाचार से अर्जित संपत्तियों का पता लगाया जा सके।

इस कार्रवाई की पुष्टि करते हुए निदेशक सतर्कता डॉ. बी. मुरुगेशन ने विजिलेंस टीम की सराहना की और पूरी टीम को नगद इनाम देने की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह लड़ाई लगातार जारी रहेगी और किसी भी सरकारी कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा जो आम जनता से रिश्वत लेकर काम करता है।

हरिद्वार जैसे तीर्थनगरी में भ्रष्टाचार की इस घटना ने एक बार फिर से सरकारी विभागों में जवाबदेही और पारदर्शिता की आवश्यकता को उजागर किया है। विजिलेंस की इस कार्रवाई से अन्य कर्मचारियों के लिए भी यह एक सख्त संदेश है कि रिश्वतखोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

Location : 

Published :