

फतेहपुर जिले के धाता कस्बे में एक घर में हुए जोरदार विस्फोट में 60 वर्षीय महिला महरून निशा की मौत हो गई। मृतका के पति पटाखा व्यवसाय से जुड़े थे। ग्रामीणों का आरोप है कि विस्फोट पटाखों से हुआ, जबकि पुलिस इसे शॉर्ट सर्किट बता रही है।
मौके पर जांच करती हुई पुलिस
Fatehpur: धाता कस्बे के एक घर में हुए भीषण विस्फोट ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। इस हादसे में 60 वर्षीय महिला महरून निशा की मौके पर ही मौत हो गई। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि पूरा कमरा जलकर राख हो गया और आसपास के घरों में भी दहशत फैल गई।
क्या है पूरा मामला ?
यह दर्दनाक घटना शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात करीब दो बजे की है। मोहम्मद अहमद नामक व्यक्ति का मकान अचानक तेज धमाके की आवाज से दहल उठा। मोहम्मद अहमद की तीन साल पहले मृत्यु हो चुकी है, वे पहले पटाखों की दुकान चलाते थे और घरेलू स्तर पर पटाखे बनाते भी थे। धमाके के बाद मकान का कमरा पूरी तरह जल गया और मौके पर पहुंचने पर महरून निशा का शव पूरी तरह झुलसा हुआ मिला। आसपास के लोग घर की ओर दौड़े, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
पटाखे या शॉर्ट सर्किट?
स्थानीय लोगों का कहना है कि विस्फोट का कारण घर में रखे पटाखे थे। उनका दावा है कि मृतका के पति की पुरानी आदतों के चलते अब भी घर में पटाखों का जखीरा मौजूद था और संभवतः वही विस्फोट की वजह बना। हालांकि, पुलिस प्रशासन की ओर से दी गई प्रारंभिक रिपोर्ट में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की बात कही गई है। लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि वास्तविक कारण को छुपाने की कोशिश की जा रही है।
मीडिया को रोके जाने का आरोप
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन ने मीडिया कर्मियों को घटनास्थल पर जाने से रोका और कमरे में पानी डालकर सबूतों को मिटाने का प्रयास किया गया। इससे लोगों में आक्रोश और संदेह दोनों गहराते जा रहे हैं।
जांच के लिए फॉरेंसिक टीम बुलाई गई
रविवार सुबह करीब 9 बजे पुलिस टीम मौके पर पहुंची। जिसमें थानाध्यक्ष योगेश कुमार सिंह, सीओ खागा बृजमोहन राय और अपर पुलिस अधीक्षक शामिल थे। पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया है ताकि घटना की तकनीकी जांच की जा सके और सच्चाई सामने लाई जा सके।
गांव में मातम और मुआवजे की मांग
इस हादसे के बाद गांव में गहरा शोक है। ग्रामीणों ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच कराने और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की है। महिला की मौत से न सिर्फ एक परिवार उजड़ गया, बल्कि पूरे गांव का माहौल भी गमगीन हो गया है।