

रायबरेली के सरेनी में ग्रामीणों ने खस्ताहाल सड़क पर गड्ढों में धान रोपकर प्रदर्शन किया। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर सड़क सुधार नहीं हुआ तो आंदोलन तेज किया जाएगा। पढ़ें पूरी खबर
ग्रामीणों का प्रदर्शन
Raebareli: उत्तर प्रदेश के रायबरेली जनपद से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है, जहां सरेनी क्षेत्र में वर्षों से खस्ताहाल पड़ी सड़कों को लेकर ग्रामीणों का सब्र आखिरकार टूट गया। बता दें कि आज सरेनी के पूरे पांडे मार्ग पर ब्लॉक के पास ग्रामीणों ने सड़क के गड्ढों में धान रोप कर अनोखा प्रदर्शन किया और शासन-प्रशासन को चेताया कि अगर जल्द सुधार कार्य नहीं शुरू हुआ तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकाराी के मुताबिक यह सड़क सरेनी के लिए एक प्रमुख मार्ग है, जो शहीद स्थल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कोतवाली, ब्लॉक कार्यालय, पोस्ट ऑफिस, बैंक, इंटर कॉलेज और प्रसिद्ध बाबा सिहोलेश्वर धाम मंदिर को जोड़ती है। यही नहीं सप्ताह में दो बार मंगलवार और शुक्रवार को इसी मार्ग पर सरेनी की बड़ी हाट-बाजार लगती है, जिससे हजारों लोगों की आवाजाही होती है।
ग्रामीणों को होती है कई परेशानी
ग्रामीणों का कहना है कि पांच किलोमीटर लंबा यह मार्ग अब "गड्ढा मार्ग" बन चुका है। स्थिति यह है कि यह पहचानना मुश्किल हो गया है कि सड़क पर गड्ढा है या गड्ढों के बीच कहीं-कहीं सड़क बची है। आए दिन लोग बाइक और साइकिल से गिरकर घायल हो रहे हैं। वहीं इस मार्ग पर चलने वाली एंबुलेंस, स्कूल बस, पुलिस वाहन और आम जनता के वाहन हिचकोले खाते हुए बड़ी कठिनाई से निकलते हैं। सबसे अधिक दिक्कत गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और बीमारों को होती है।
प्रदर्शनकारियों ने दी चेतावनी
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता अभिनव तिवारी संगम ने कहा कि सरेनी को उसका अधिकार देना होगा। अब सहन नहीं होगा। प्रशासन अगर सो रहा है, तो हम गांव वाले उन्हें जगाने का काम करेंगे। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही सड़क की मरम्मत नहीं करवाई गई, तो वह बड़ा आंदोलन करेंगे और जिले के अधिकारियों को सड़क पर बुलाकर सच्चाई का आइना दिखाएंगे। ग्रामीणों की यह नाराजगी अब जन आंदोलन का रूप लेने लगी है, जिसे नजरअंदाज करना प्रशासन के लिए भारी पड़ सकता है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह परेशानी केवल रायबरेली में नहीं, बल्कि यूपी के हर जिले हैं जो कभी सामने नहीं आती है। इस परिस्थिति को देखकर साफ पता चलता है कि प्रशासन अपने कामों को लेकर कितनी लापरवाह है।