

पनियरा विकासखंड में खैंचा से जंगल बाकी तक की जर्जर सड़क की मरम्मत की मांग को लेकर ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
पनियारा में सड़क को लेकर प्रदर्शन करते ग्रामीण (डाइनामाइट न्यूज़ फोटो)
महराजगंज: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जनपद के पनियरा विकासखंड के खैंचा से जंगल बाकी टुकड़ा नंबर-14 तक जाने वाली मुख्य सड़क की मरम्मत की मांग को लेकर शुक्रवार को दर्जनों ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर अपनी नाराजगी जताई। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि यह सड़क पिछले 15 वर्षों से पूरी तरह जर्जर हो चुकी है और प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधियों तक कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई ध्यान नहीं दिया गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, ग्रामीणों ने बताया कि यह मार्ग मंडी समिति द्वारा बनवाया गया था, लेकिन उसके बाद से न तो इसकी मरम्मत हुई और न ही रखरखाव।
राहगीरों की मुश्किलें बढ़ा रही खराब सड़क
जानकारी के अनुसार, आज हालात ऐसे हैं कि आए दिन कोई न कोई राहगीर इस खराब सड़क पर गिरकर घायल हो जाता है। बरसात के दिनों में स्थिति और भी बदतर हो जाती है, जहां पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है।
ग्रामीणों ने दी ये चेतावनी
वहीं आज शुक्रवार की सुबह लगभग 10 बजे ग्रामीणों ने एकजुट होकर सड़क की दुर्दशा को लेकर नारेबाजी की और चेतावनी दी कि अगर शीघ्र मरम्मत कार्य शुरू नहीं हुआ तो वे इस मार्ग को अवरुद्ध कर उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
स्थायी मंडी समिति के स्थापना की मांग
प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने यह भी मांग की कि क्षेत्र में एक स्थायी मंडी समिति की स्थापना की जाए, जिससे स्थानीय किसानों को अपनी फसलें बेचने के लिए दूर-दराज न जाना पड़े। ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र कृषि प्रधान है, लेकिन स्थानीय स्तर पर मंडी की सुविधा न होने से किसानों को भारी असुविधा होती है।
इस प्रदर्शन में ग्राम प्रधान अदालत निषाद, रामनयन यादव, राम सांवरे, विनोद, बहादुर, परदेशी, श्रीराम, सागर यादव, विराज, चंद्रिका, छोटे लाल, शेषमन और विनोद सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
कोल्हुई में दुर्घटना को दावत देते गड्ढे
कोल्हुई कस्बे के लोटन तिराहे के मेन मोड़ पर सड़क पर बना एक बड़ा गड्ढा अब दुर्घटना को दावत दे रहा है। यह गड्ढा न केवल स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है, बल्कि लोटन तिराहे से लोटन की ओर आने-जाने वाली गाड़ियों के लिए भी बड़ा खतरा बन गया है। जिम्मेदार विभागों की अनदेखी के कारण यह समस्या दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है।