

यूपी के हमीरपुर जिले की जिला कारागार में बंद एक वारंटी की मौत के बाद हड़कंप मच गया। मृतक के शरीर पर मिले चोटों के निशान ने जेल के भीतर पीट-पीटकर हत्या की आशंका को गहरा दिया। परिजनों के विरोध और दो दिन के प्रदर्शन के बाद जेलर, डिप्टी जेलर समेत 8 लोगों पर हत्या का केस दर्ज किया गया।
Hamirpur: जिले की जिला जेल में बंद सूरजपुर गांव निवासी अनिल द्विवेदी की मौत ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है। 11 सितंबर को एससी/एसटी एक्ट के तहत वारंट पर जेल भेजे गए अनिल की 14 सितंबर को मौत की सूचना मिली। 15 सितंबर को जब शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया, तब उसके शरीर पर गंभीर चोटों के निशान देखकर परिजन भड़क उठे और जेल के बाहर जमकर हंगामा किया।
परिजन आरोप लगा रहे हैं कि अनिल की जेल के अंदर पीट-पीटकर हत्या की गई है। उन्होंने शव लेने से इनकार कर दिया और मांग की कि जब तक जेल प्रशासन पर हत्या का मुकदमा दर्ज नहीं होगा, तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।लगातार दो दिनों तक परिजन, ग्रामीण और राजनीतिक नेता शव लेने को तैयार नहीं हुए। आखिरकार मृतक की पत्नी पूजा द्विवेदी की तहरीर पर जेलर, डिप्टी जेलर, दो पुलिसकर्मी और जेल के चार लंबरदारों समेत आठ लोगों पर हत्या का केस दर्ज हुआ।