

कोटा चयन प्रक्रिया में 20 हजार रुपये घूस लेने का वीडियो वायरल होते ही डाइनामाइट न्यूज़ ने इसे प्रमुखता से उठाया, इस मामले में अब पीड़ित व्यक्ति ने पूरी कहानी बताई है। इस पूरे मामले का वीडियो बनाने वाला व्यक्ति सिसवनिया विशुनपुर गाँव का रहने वाला कमलेश जैसवाल ने बताया उसके गाँव में कोटा चयन होना था। जिसके लिए उसने लक्ष्मी आजीविका समूह के नाम से आवेदन किया। कुल
Maharajganj: जिले में दो दिन पहले लक्ष्मीपुर ब्लॉक के ग्रामसभा में कोटा चयन प्रक्रिया के दौरान अधिकारी द्वारा घूसखोरी का वीडियो वायरल हुआ।इस मामले में अब खुद पीड़ित व्यक्ति ने सामने आकर पूरे मामले का खुलासा किया है।
वायरल वीडियो
जो वीडियो वायरल हो रहा उसमें में साफ दिख रहा है कि एडीओ आईएसबी बृजानंद यादव 500-500 रुपये के नोट हाथ में लेकर कमरे में जा रहे हैं। आरोप है कि उन्होंने रिपोर्ट लगाने के नाम पर 20 हजार रुपये की रिश्वत ली।
प्रकरण बड़ा खुलासा
इस पूरे मामले का वीडियो बनाने वाला व्यक्ति सिसवनिया विशुनपुर गाँव का रहने वाला कमलेश जैसवाल है। जिसने आज डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया। उसने बताया की उसके गाँव में कोटा चयन होना था। जिसके लिए उसने लक्ष्मी आजीविका समूह के नाम से आवेदन किया। कुल पांच समूह के लोगों ने आवेदन किया। तभी ब्लॉक के एक कर्मचारी ने उसे मामले को सेटल कराने के लिए लेनदेन की बात किया। कि वो अधिकारी से मामले की पक्ष में रिपोर्ट लगाने को सेटल करा देगा। जिसके बाद से ही उसने पूरे मामले का वीडियो बनाना शुरु कर दिया। उसने बताया की पांच अगस्त को उसने बैंक से पैसा निकालकर ब्लॉक पर अधिकारी को दिया। जिसका वीडियो बनाकर उसने कैद कर लिया।
प्रमुखता से प्रकाशित
इस सनसनीखेज मामले को डाइनामाइट न्यूज़ ने सबसे पहले प्रमुखता से प्रकाशित किया। खबर का असर इतना बड़ा हुआ कि जिला प्रशासन को तत्काल हरकत मे आकर कारवाई करनी पड़ी।
कार्यवाही के आदेश
इस मामले का वीडियो वायरल होने के बाद मुख्य विकास अधिकारी अनुराज जैन ने डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता से बातचीत में बताया कि आरोपी अधिकारी को तत्काल एनआरएलएम कार्यालय में अटैच कर दिया गया है। साथ ही पूरे मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। सीडीओ ने यह भी कहा कि रिपोर्ट आने के बाद बृजानंद यादव पर निलंबन की कार्यवाही की जाएगी।