

बारिश के चलते लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाइवे पर जलभराव की स्थिति बन गई। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाइवे पर जलभराव ( सोर्स - इंटरनेट )
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में प्री-मानसून की बारिश का सिलसिला सोमवार को भी जारी रहा। राज्य के कई हिस्सों में सुबह से ही रुक-रुक कर बारिश होती रही, जिससे मौसम सुहावना हो गया, लेकिन कई इलाकों में जलभराव और ट्रैफिक जाम ने लोगों की मुश्किलें भी बढ़ा दीं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक सोमवार को गोरखपुर, गोंडा, मथुरा, बलरामपुर, संभल, आगरा, हाथरस, अयोध्या, बरेली, फिरोजाबाद, संत कबीरनगर सहित 15 से अधिक जिलों में बारिश हुई। राजधानी लखनऊ में भी दिनभर बादल छाए रहे और सुबह हल्की बूंदाबांदी दर्ज की गई।
बरेली में रविवार देर रात 12 बजे से लेकर सोमवार सुबह 6 बजे तक लगातार बारिश होती रही। इस बारिश के चलते लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाइवे पर जलभराव की स्थिति बन गई। घुटने तक भरे पानी में पुलिसकर्मियों को खड़े होकर ट्रैफिक कंट्रोल करना पड़ा। आमजन को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा, खासकर ऑफिस और स्कूल जाने वालों को।
मौसम विभाग ने सोमवार को प्रदेश के 62 जिलों में आंधी और बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के अनुसार, कुछ स्थानों पर तेज हवाएं और गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, खासकर खुले में न जाएं और कमजोर निर्माणों से दूर रहें।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया है कि पूर्वी यूपी में मानसून की एंट्री 18 जून को गोरखपुर के रास्ते हो सकती है। इससे पहले हो रही बारिश को मानसून की पूर्व गतिविधि मानी जा रही है। मानसून के आने के बाद राज्य में बारिश की तीव्रता और क्षेत्रफल दोनों में बढ़ोतरी होगी।
बारिश के इस दौर ने एक तरफ जहां गर्मी से राहत दी है, वहीं दूसरी ओर जलभराव, ट्रैफिक जाम और बिजली गिरने जैसी घटनाओं की आशंका भी बढ़ गई है। प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग को अलर्ट मोड पर रखा गया है ताकि किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।
कुल मिलाकर, उत्तर प्रदेश में मानसून से पहले की बारिश ने मौसम खुशनुमा बना दिया है, लेकिन इसकी चुनौतियां भी सामने आने लगी हैं।