

उन्नाव में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ते हुए चेतावनी बिंदु 112 मीटर के करीब पहुंच गया है। इससे तटवर्ती और मैदानी क्षेत्रों में बाढ़ का पानी तेजी से फैलने लगा है। प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेज कर दिए हैं। प्रभावित इलाके में बाढ़ का पानी घरों तक पहुंच चुका है और कई गांवों में फसलें जलमग्न हो गई हैं। अगले एक-दो दिन में स्थिति और गंभीर हो सकती है।
उन्नाव में गंगा नदी का जलस्तर बढ़कर चेतावनी बिंदु के करीब (Img- Internet)
Unnao: उन्नाव जिले में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ते हुए चेतावनी बिंदु के बेहद पास पहुंच गया है। केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार, गुरुवार शाम 6 बजे गंगा का जलस्तर 111.500 मीटर था, जो शुक्रवार सुबह तक बढ़कर 111.600 मीटर और फिर शनिवार सुबह 111.840 मीटर तक पहुंच गया। चेतावनी बिंदु 112 मीटर से यह केवल 16 सेंटीमीटर दूर है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
गंगा के बढ़ते जलस्तर से उन्नाव के तटवर्ती और मैदानी क्षेत्रों में बाढ़ का पानी फैलने लगा है। गोताखोर, हुसैन नगर, सैय्यद कम्पाउंड, कर्बला, शाही नगर, तेजी पुरवा और गगनी खेड़ा जैसे इलाके पानी में डूब गए हैं। कई गलियों में पानी भरने से जनजीवन प्रभावित हुआ है, जिससे लोग नावों और वैकल्पिक रास्तों का सहारा लेने को मजबूर हैं।
कटरी क्षेत्र में बाढ़ का खतरा
कटरी क्षेत्र के किसान अपने खेतों की फसलें बचाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन तेज धारा और गहरे पानी के कारण यह प्रयास जोखिम भरा साबित हो रहा है। बाढ़ से खेत जलमग्न हो चुके हैं और फसलों के बर्बाद होने का खतरा बढ़ गया है। इस क्षेत्र के ग्रामीणों को आवागमन में भी कठिनाई हो रही है, और बाढ़ के पानी का स्तर दिन-ब-दिन बढ़ रहा है।
प्रशासन की तात्कालिक कार्रवाई
प्रशासन ने बढ़ते जलस्तर को देखते हुए तटवर्ती और निचले इलाकों में अलर्ट जारी किया है। राहत और बचाव कार्य के लिए टीमें तैनात की गई हैं। जल पुलिस और गोताखोरों की निगरानी जारी है और प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को बाढ़ प्रभावित इलाकों में मेडिकल कैंप स्थापित करने का निर्देश दिया है।
स्थानीय निवासी भी स्थिति को लेकर चिंतित हैं और उनका कहना है कि यदि जलस्तर में इसी तरह वृद्धि होती रही तो आने वाले एक-दो दिनों में कई और गांव बाढ़ की चपेट में आ सकते हैं। प्रशासन ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने और सतर्क रहने की अपील की है।
प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेज
राहत कार्यों के तहत प्रशासन ने जल पुलिस और गोताखोरों की टीमें तैनात की हैं। मेडिकल कैंप लगाने की तैयारी की जा रही है ताकि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं तत्काल उपलब्ध हो सकें। इसके अलावा, प्रशासन लगातार जलस्तर पर निगरानी रखे हुए है ताकि किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति से निपटा जा सके।
जिले के विभिन्न हिस्सों में ग्रामीणों की मदद के लिए त्वरित उपाय किए जा रहे हैं, और प्रशासन ने क्षेत्र के सभी नागरिकों से सहयोग की अपील की है।