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जनपद मैनपुरी के थाना भोगांव क्षेत्र में दबंगों द्वारा एक ही परिवार पर जानलेवा हमले का गंभीर आरोप सामने आया है। पीड़ित पक्ष ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देकर सख्त कार्रवाई की मांग की है। घटना में कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
एसपी से लगाई न्याय की गुहार
Mainpuri: उत्तर प्रदेश के जनपद मैनपुरी के थाना भोगांव क्षेत्र से एक सनसनीखेज और गंभीर मामला सामने आया है, जहां दबंग किस्म के लोगों पर एक ही परिवार के कई सदस्यों पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगा है। इस घटना से पूरे इलाके में दहशत और आक्रोश का माहौल है। पीड़ित परिवार ने पुलिस अधीक्षक मैनपुरी को प्रार्थना पत्र सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है।
पीड़ित रामसेवक पुत्र श्री कामता प्रसाद जिला मैनपुरी के अनुसार आरोपियों से उनके परिवार की पुरानी रंजिश चली आ रही है। इसी रंजिश के चलते आरोपियों ने एकजुट होकर सुनियोजित तरीके से इस घटना को अंजाम दिया। पीड़ित का कहना है कि हमलावर पहले से ही हमला करने की नीयत से तैयार थे।
रामसेवक ने अपने शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि पवन कुमार उर्फ सुखदेव, गोविंद, बृजरण, राधेश्याम, कुट्टी पत्नी राधेश्याम, दुर्गा व नन्हीं पुत्री राधेश्याम ने मिलकर उसके भतीजे सुरेन्द्र कुमार के मुंह में जबरन जहरीला पदार्थ डाल दिया। जहरीला पदार्थ दिए जाने के बाद सुरेन्द्र कुमार मौके पर ही बेहोश हो गया, जिससे परिवार में अफरा-तफरी मच गई।
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आरोप है कि सुरेन्द्र कुमार के बेहोश हो जाने के बाद भी आरोपियों ने उस पर और उसके रिश्तेदार राजेश पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। दोनों को गंभीर चोटें आईं। पीड़ितों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके की ओर दौड़े, लेकिन दबंगों के आतंक के चलते कोई भी खुलकर सामने नहीं आ सका।
घटना की जानकारी मिलने पर जब सुरेन्द्र कुमार की चाची किता देवी बीच-बचाव के लिए मौके पर पहुंचीं, तो आरोप है कि गोविंद ने फावड़े से उनके सिर पर जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में किता देवी के सिर में गंभीर चोट आई और वह लहूलुहान होकर गिर पड़ीं। इसके अलावा, बीच-बचाव करने पहुंची धीर सिंह की पत्नी रामादेवी को भी आरोपियों ने लाठी-डंडों से पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया।
घटना के बाद पीड़ित पक्ष ने तत्काल 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को एंबुलेंस की सहायता से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) भोगांव भेजा गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर होने पर किता देवी और रामादेवी को सैफई मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि थाना पुलिस ने केवल दो आरोपियों को हिरासत में लिया है, जबकि मुख्य आरोपी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं। पीड़ितों का कहना है कि दबंगों का क्षेत्र में प्रभाव होने के कारण पुलिस निष्पक्ष कार्रवाई नहीं कर रही है, जिससे परिवार भय के साये में जीने को मजबूर है।
न्याय न मिलने से आहत पीड़ित परिवार ने पुलिस अधीक्षक मैनपुरी को शिकायती प्रार्थना पत्र सौंपा है। इसमें सभी नामजद आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है। पीड़ित परिवार ने यह भी अपील की है कि आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी कर उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए।