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हादसा कैसे हुआ, इसको लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है, लेकिन आसपास मौजूद लोगों का कहना है कि इमारत में कई दिनों से निर्माणकार्य चल रहा था। मजदूर रोज की तरह सुबह काम कर रहे थे, तभी अचानक बिल्डिंग का ढांचा कमजोर होकर नीचे आ गिरा।
नोएडा में तीन मंजिला बिल्डिंग गिरी
Noida: बुधवार सुबह गौतमबुद्ध नगर जिले में एक बड़ा हादसा उस समय हो गया, जब नोएडा के सेक्टर-63 स्थित नगला हुकुम सिंह गांव में निर्माणाधीन तीन मंजिला इमारत अचानक भरभराकर ढह गई। हादसे के वक्त भवन में दर्जनों मजदूर काम कर रहे थे, जिससे बड़ी संख्या में लोग मलबे के नीचे दब गए। घटना होते ही पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों ने तत्काल पुलिस और प्रशासन को सूचना दी, जिसके बाद राहत और बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंचा।
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस, फायर ब्रिगेड और जिला प्रशासन की टीमों ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। शुरुआती चरण में मलबे में दबे मजदूरों को निकालने के लिए भारी उपकरणों की आवश्यकता पड़ी, जिसके चलते प्रशासन ने तुरंत दो JCB मशीनें और एक पोकलेन मशीन तैनात करवाई। मलबा हटाने का कार्य तेजी से शुरू हुआ, जिससे अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके।
अब तक रेस्क्यू टीमों ने चार मजदूरों को गंभीर हालत में बाहर निकाल लिया है। सभी को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। डॉक्टरों के अनुसार कुछ मजदूरों की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है। पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मलबे में अभी भी दर्जनों मजदूरों के दबे होने की आशंका है, जिसके चलते बचाव कार्य को और तेज कर दिया गया है।
प्रशासन ने SDRF टीम को भी मौके पर बुलाया है, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके। SDRF के आने के बाद राहत कार्य में तेजी आई है और मलबे को वैज्ञानिक तरीके से काटकर मजदूरों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल रेस्क्यू युद्धस्तर पर जारी है और पूरे क्षेत्र में सुरक्षा घेरा बना दिया गया है, जिससे भीड़ के कारण बचाव कार्य में बाधा न आए।
हादसा कैसे हुआ, इसको लेकर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है, लेकिन आसपास मौजूद लोगों का कहना है कि इमारत में कई दिनों से निर्माणकार्य चल रहा था। मजदूर रोज की तरह सुबह काम कर रहे थे, तभी अचानक बिल्डिंग का ढांचा कमजोर होकर नीचे आ गिरा। आसपास मौजूद लोगों ने बताया कि हादसे के समय जोरदार धमाका हुआ, जिसके बाद धूल का गुबार पूरे क्षेत्र में फैल गया।
पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि फिलहाल प्राथमिकता मलबे में दबे लोगों को बचाना है। उसके बाद ही हादसे की जांच शुरू की जाएगी। निर्माणाधीन इमारत से जुड़ी सभी कागजी कार्यवाही, मानचित्र और अनुमति की जांच की जाएगी कि कहीं कोई लापरवाही या निर्माण मानकों का उल्लंघन तो नहीं किया गया था।