

गोरखपुर की सड़कों पर बुधवार को जबरदस्त सियासी बवाल देखने को मिला। धक्का-मुक्की और गाड़ियों में तोड़फोड़ से माहौल तनावपूर्ण हो गया। जाने ताजा हालात
गोरखपुर में बड़ा बवाल
गोरखपुर: सीएम सिटी गोरखपुर में बन रहे विरासत गलियारे का मामला सुर्खियों में बना हुआ है। विरासत गलियारे के नाम पर कई दुकानों और घरों को उजाड़ने का आरोप प्राधिकारियों पर लगाये जा रहे हैं। बुधवार को इसी मामले को लेकर शहर में जबरदस्त बवाल और हंगामा देखने को मिला।
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और भाजपाई आपस में भिड़ पड़े। दोनों दलों के सिपसलारों में जमकर धक्का मुक्की के साथ कई गाड़ियों में तोड़-फोड़ की गई। मामला अब भी गरमाया हुआ है और नया सियासी रंग लेने लगा है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को जब विरासत गलियारे के निरीक्षण के लिए गोरखपुर पहुंचा, तो नॉर्मल चौकी के पास भाजपा कार्यकर्ताओं ने रास्ता रोककर विरोध शुरू कर दिया। झड़प के बीच वाहनों पर अंडे फेंके गए, शीशे टूटे और सड़क पर हंगामा खड़ा हो गया। हालात बिगड़ते देख सपा नेता मौके पर धरने पर बैठ गए।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर सपा के वरिष्ठ नेता माता प्रसाद पांडेय और नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल लखनऊ से गोरखपुर आया था। कार्यक्रम में नॉर्मल चौकी से लेकर तिवारी हाता तक पदयात्रा करते हुए प्रभावित व्यापारियों से मुलाकात तय थी।
अंडे फेंके, गाड़ियों के शीशे टूटे
जैसे ही सपा प्रतिनिधिमंडल नॉर्मल चौकी पर पहुंचा, वहां भाजपा कार्यकर्ता पहले से मौजूद थे। उन्होंने अखिलेश यादव के खिलाफ नारेबाजी की और सपा नेताओं के वाहनों पर अंडे फेंके। दो गाड़ियों के शीशे टूटे और मौके पर बुलडोजर खड़ा कर पदयात्रा रोक दी गई। झड़प के हालात बन गए, जिसके बाद सपा नेताओं ने पुलिस बुलाने की मांग की।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। हमने दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर अलग किया, और कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। इलाके में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात है। विरासत गलियारे के निर्माण को लेकर पहले से ही स्थानीय व्यापारियों में असंतोष है।