

गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर प्रयागराज में लगातार तेजी से बढ़ रहा है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बीते कुछ दिनों में राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड में हुई भारी बारिश के साथ-साथ बांधों से छोड़े गए पानी के कारण नदियों में जलस्तर तेजी से बढ़ा है। इससे जिले के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
प्रयागराज में गंगा का जलस्तर बढ़ा
Prayagraj: गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर प्रयागराज में लगातार तेजी से बढ़ रहा है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बीते कुछ दिनों में राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड में हुई भारी बारिश के साथ-साथ बांधों से छोड़े गए पानी के कारण नदियों में जलस्तर तेजी से बढ़ा है। इससे जिले के कई हिस्सों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, बाढ़ की स्थिति सबसे पहले बघाड़ा, सलोरी, दारागंज, नयापुरवा और गंगानगर जैसे निचले इलाकों में देखने को मिली, जहां घरों और सड़कों में पानी भरना शुरू हो गया है। इन इलाकों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने की प्रक्रिया तेजी से की जा रही है। प्रशासन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए 88 बाढ़ चौकियां स्थापित कर दी हैं, जो लगातार निगरानी और बचाव कार्य में जुटी हैं।
प्रशासन ने बाढ़ संभावित इलाकों में जल पुलिस, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को तैनात किया है। ये टीमें बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को राहत शिविरों तक पहुंचाने और आवश्यक सहायता प्रदान करने का कार्य कर रही हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बाढ़ के खतरे को हल्के में न लें, और जांच चौकियों तथा राहत टीमों के निर्देशों का पालन करें।
प्रशासन ने राहत शिविर और पुनर्वास केंद्र स्थापित कर दिए हैं, जहां लोगों को आवास, भोजन, पीने का पानी, दवाइयों और आवश्यक सामग्री मुहैया कराई जा रही है। बाढ़ प्रभावितों को इन शिविरों में सुरक्षित और स्वच्छ वातावरण देने का प्रयास किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी शिविरों में मौजूद हैं ताकि किसी तरह की बीमारी या संक्रमण की आशंका को रोका जा सके।
प्रशासन द्वारा स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं कि जलस्तर में और वृद्धि की संभावना को देखते हुए लोग अलर्ट मोड पर रहें। खासकर निचले इलाकों में रहने वाले लोग घर खाली करने की तैयारी रखें। किसी भी आपात स्थिति में बाढ़ चौकी या हेल्पलाइन नंबरों से संपर्क करें। प्रयागराज में बाढ़ की संभावित स्थिति को लेकर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है और सुरक्षा व्यवस्था व राहत कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है। नागरिकों से अपेक्षा की जा रही है कि वे अपनी सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए प्रशासन के निर्देशों का पालन करें। सावधानी और सहयोग ही इस आपदा से निपटने में सबसे कारगर हथियार हैं।