

फतेहपुर जनपद के मलवा क्षेत्र के बडौरी रेवाड़ी सहित कई गांवों में बंदरों का आतंक दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि बंदर खेतों में पकी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और छोटे-छोटे पौधों को नष्ट कर दे रहे हैं। इतना ही नहीं, घरों में घुसकर रखे खाद्य पदार्थों को भी बर्बाद कर देते हैं।
प्रतीकात्मक छवि
Fatehpur: फतेहपुर जनपद के मलवा क्षेत्र के बडौरी रेवाड़ी सहित कई गांवों में बंदरों का आतंक दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है। सैकड़ों की संख्या में झुंड बनाकर घूम रहे बंदर गांवों में उत्पात मचा रहे हैं, जिससे ग्रामीण परेशान हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि बंदर खेतों में पकी फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं और छोटे-छोटे पौधों को नष्ट कर दे रहे हैं। इतना ही नहीं, घरों में घुसकर रखे खाद्य पदार्थों को भी बर्बाद कर देते हैं। बंदरों के इस उत्पात से खेती-किसानी करने वाले किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
गांव की गलियों और छतों पर खुलेआम घूमते बंदर बच्चों के हाथ से खाने-पीने की चीजें छीन लेते हैं। महिलाओं पर भी हमला कर देते हैं। कई बच्चे और बुजुर्ग पहले ही इनके हमलों का शिकार हो चुके हैं। बंदरों के अचानक झपट्टा मारने से ग्रामीणों में भय का माहौल है।
ग्रामीणों ने वन विभाग से समस्या के शीघ्र समाधान की मांग की है। उनका कहना है कि यदि बंदरों की बढ़ती संख्या पर रोकथाम नहीं की गई तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।