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घोसी उपचुनाव में सपा ने स्व. सुधाकर सिंह के बेटे सुजीत सिंह को अपना उम्मीदवार घोषित करने का संकेत दे दिया है। शिवपाल और अखिलेश दोनों ने सुजीत के नाम का समर्थन किया। अब सभी की नजर बीजेपी की रणनीति और उम्मीदवार चयन पर टिक गई है।
शिवपाल यादव और अखिलेश यादव
Lucknow: उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट पर होने वाले आगामी उपचुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। राजनीतिक दलों ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है, तो वहीं संभावित उम्मीदवारों के नामों को लेकर अटकलों का दौर भी जारी है। इसी बीच मंगलवार, 2 दिसंबर 2025 को मऊ पहुंचे समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने बड़ा ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय सुधाकर सिंह के बेटे सुजीत सिंह को सपा की ओर से उपचुनाव में उम्मीदवार बनाया जाएगा। यह बयान आते ही घोसी की राजनीति में नई उथल-पुथल शुरू हो गई है।
शिवपाल के ऐलान के कुछ ही घंटे बाद मऊ पहुंचे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस फैसले पर अपनी सहमति के साफ संकेत दे दिए। उन्होंने दिवंगत नेता सुधाकर सिंह के परिवार से मुलाकात करते हुए कहा कि सुधाकर सिंह जी एक जमीनी नेता थे। लोगों के बीच उनकी पकड़ बेहद मजबूत थी। उनके व्यवहार में अपनापन और जनता के लिए समर्पण था। मुझे पूरा विश्वास है कि सुजीत सिंह भी उसी तरह जनता की सेवा करेंगे।
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मऊ दौरे के दौरान शिवपाल यादव ने प्रदेश सरकार और बीजेपी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह SIR अपनी नाकामी और कमियों को छुपाने के लिए किया जा रहा है। जनता सब समझती है। मैं फिर अपील करता हूं कि मतदाता अपना वोट कटने से बचाएं। उन्होंने SIR के नाम पर प्रशासन पर पक्षपात करने और विपक्षी वोट बैंक में सेंध लगाने का आरोप लगाया।
शिवपाल यादव और अखिलेश यादव
कफ सिरप मामले पर भी सपा मुखिया अखिलेश यादव सरकार पर गंभीर आरोप लगाते दिखे। उन्होंने कहा कि अगर खांसी हो जाए तो देसी दवा ले लेना, लेकिन बीजेपी सरकार के कफ सिरप से बचना। क्योंकि इस सरकार में कुछ लोग मुनाफा कमा रहे हैं। यह वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया स्कीम है।
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सपा द्वारा सुजीत सिंह का नाम आगे बढ़ाने के बाद अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि भारतीय जनता पार्टी क्या रणनीति अपनाएगी? अभी तक बीजेपी ने उम्मीदवार को लेकर कोई संकेत नहीं दिया है। पार्टी उपचुनाव की तारीख का आधिकारिक ऐलान होने का इंतजार कर रही है।