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सपा नेता शिवपाल यादव ने घोसी उपचुनाव के लिए सुधाकर सिंह के बेटे सुजीत सिंह को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। बीजेपी अब किसे मैदान में उतारेगी, इसे लेकर राजनीतिक हलचलों में तेजी है। क्षेत्र में सुभासपा की संभावित दावेदारी से मुकाबला और रोमांचक हो सकता है।
सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव
Mau: उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा सीट के उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। मंगलवार, 2 दिसंबर को मऊ पहुंचे सपा नेता और जसवंतनगर से विधायक शिवपाल सिंह यादव ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि दिवंगत विधायक सुधाकर सिंह के बेटे सुजीत सिंह ही पार्टी की ओर से घोसी सीट पर उम्मीदवार होंगे।
मऊ में सुधाकर सिंह के कर्म कार्यक्रम में पहुंचे शिवपाल यादव ने कहा कि सुधाकर के स्थान पर अब सुजीत काम करेंगे। हम सभी का पूरा सहयोग और आशीर्वाद उनके साथ है। हम यहां आकर हर संभव मदद करेंगे।
सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव सबसे पहले मऊ स्थित स्व. सुधाकर सिंह के पैत्रिक आवास पहुंचे, जहां उन्होंने परिवार से मुलाकात की, संवेदनाएं व्यक्त कीं और दिवंगत नेता को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि पार्टी को सुधाकर सिंह के निधन से गहरा धक्का लगा है। सुधाकर न सिर्फ संगठन के मजबूत स्तंभ थे, बल्कि जनता के बीच भी उनकी अच्छी पकड़ थी।
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शिवपाल यादव ने सुधाकर सिंह के छोटे बेटे सुजीत की सराहना करते हुए कहा कि वह एक अच्छा बेटा है। अपने पिता की जिम्मेदारी अब वही संभालेगा। वह घोसी की जनता के लिए पूरी निष्ठा से काम करेगा। हम सब उसके साथ खड़े हैं।
शिवपाल सिंह यादव ने एक्स (Twitter) पर सुधाकर सिंह के परिजनों से मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि घोसी विधानसभा के विधायक स्व. सुधाकर सिंह जी के निधन उपरांत शोकाकुल परिजनों से मुलाकात की और अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और परिवार को इस कठिन समय में धैर्य और शक्ति दें।
घोसी उपचुनाव का राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। सपा ने तो अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है, लेकिन अब सबकी निगाहें भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर टिक गई हैं। पिछले उपचुनाव में BJP ने दारा सिंह चौहान को मैदान में उतारा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
सूत्रों का कहना है कि इस बार BJP कोई जोखिम नहीं लेना चाहती और ऐसे उम्मीदवार की तलाश में है जो स्थानीय स्तर पर मजबूत पकड़ रखता हो। हालांकि, आधिकारिक तौर पर अभी तक पार्टी ने कोई संकेत नहीं दिया है।
घोसी विधानसभा सीट पूर्वांचल की राजनीति में महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह सीट कई बार सत्ता के समीकरण बदलने में अहम भूमिका निभा चुकी है। पिछली बार हुए उपचुनाव में सपा की जीत ने पार्टी को बड़ा मनोबल दिया था।