

गोरखपुर में बीजेपी के महानगर अध्यक्ष देवेश श्रीवास्तव का आज निधन हो गया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
गोरखपुर के भाजपा महानगर अध्यक्ष देवेश श्रीवास्तव
गोरखपुर: गोरखपुर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के महानगर अध्यक्ष देवेश श्रीवास्तव का आकस्मिक निधन हो गया। इस दुखद खबर ने पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को गहरे सदमे में डाल दिया है। देवेश श्रीवास्तव के निधन की सूचना मिलते ही पार्टी के तमाम बड़े पदाधिकारी और कार्यकर्ता उनके आवास पर पहुंच रहे हैं, जहां शोकाकुल माहौल है। देवेश श्रीवास्तव एक समर्पित और कर्मठ नेता के रूप में जाने जाते थे। उन्होंने अपने कार्यकाल में भाजपा को संगठनात्मक रूप से मजबूत करने और जनता के बीच पार्टी की विचारधारा को पहुंचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, बुधवार की सुबह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए एक दुखद दिन बन गया, जब महानगर अध्यक्ष देवेश श्रीवास्तव का अचानक निधन हो गया। बता दें कि 16 मार्च 2025 को ही उन्हें भाजपा महानगर अध्यक्ष की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई थी और उन्होंने पूरे समर्पण के साथ पार्टी की सेवा शुरू की थी। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था।
सुबह पूजा करने के बाद बिगड़ी तबीयत
बताया जा रहा है कि देवेश श्रीवास्तव, जो अपनी दिनचर्या की शुरुआत हमेशा पूजा-पाठ से करते थे, उस सुबह भी अपने नियम का पालन कर रहे थे। तभी अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। परिजन उन्हें तुरंत शहर के एक निजी अस्पताल ले गए, लेकिन वहां उनकी हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने जवाब दे दिया। आनन-फानन में परिवार उन्हें जिला अस्पताल की इमरजेंसी में ले गया, लेकिन वहां पहुंचते ही उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली।
इस अप्रत्याशित घटना ने उनके परिवार, मित्रों और भाजपा कार्यकर्ताओं को गहरे सदमे में डुबो दिया।
देवेश श्रीवास्तव का राजनीतिक सफर
जानकारी के अनुसार, देवेश श्रीवास्तव का राजनीतिक सफर भाजपा के साथ शुरू हुआ था और उन्होंने अपनी मेहनत व निष्ठा से संगठन में एक खास मुकाम हासिल किया था। महानगर महामंत्री से महानगर अध्यक्ष तक का उनका सफर उनकी लगन और नेतृत्व क्षमता का प्रतीक था। 16 मार्च को जब भाजपा ने 40 नए जिलाध्यक्षों और महानगर अध्यक्षों की घोषणा की, तब देवेश को महानगर अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
इस नई भूमिका में वह पूरे उत्साह के साथ पार्टी के लिए काम कर रहे थे। उनके असामयिक निधन की खबर ने भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ा दी। उनके जाने से न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे भाजपा संगठन को अपूरणीय क्षति हुई है। देवेश श्रीवास्तव का निधन केवल एक व्यक्ति का चले जाना नहीं, बल्कि एक ऐसे नेता का जाना है, जिन्होंने अपने छोटे से कार्यकाल में भी अपनी छाप छोड़ी।