

टाटा मोटर्स की UK-बेस्ड कंपनी लैंड रोवर का IT सिस्टम हैक हो गया है, जिससे कंपनी के प्रोडक्शन और सेल पर असर पड़ा है। हैकिंग के पीछे Scattered Lapsus$ Hunters ग्रुप का हाथ बताया जा रहा है। कंपनी ने जांच शुरू कर दी है और ग्राहकों के डेटा की सुरक्षा पर जोर दिया है।
Tata Motors की Land Rover
New Delhi: इंटरनेट और डिजिटल कनेक्टिविटी के बढ़ते दौर में साइबर अपराध भी तेजी से बढ़ रहे हैं। सिर्फ आम लोग ही नहीं, बल्कि बड़ी-बड़ी कंपनियां भी इन खतरों से अछूती नहीं हैं। हाल ही में टाटा मोटर्स के मालिकाना हक वाली UK की प्रमुख ऑटो कंपनी लैंड रोवर का IT सिस्टम साइबर अटैक का शिकार हो गया। इस हमले के कारण कंपनी का IT सिस्टम ऑफलाइन हो गया, जिससे कंपनी के प्रोडक्शन और सेल दोनों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।
कैसे हुआ साइबर अटैक?
इस साइबर अटैक के पीछे Scattered Lapsus$ Hunters नामक एक हैकर ग्रुप का हाथ बताया जा रहा है। यह ग्रुप पहले भी मार्क्स एंड स्पेंसर जैसी कंपनियों पर हमला कर चुका है। कहा जा रहा है कि यह ग्रुप मुख्य रूप से इंग्लिश बोलने वाले टीनएजर्स का है। उन्होंने दावा किया है कि उन्होंने कंपनी के नेटवर्क तक पहुंच हासिल कर ली है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं किया गया कि उन्होंने कंपनी के डेटा को चोरी किया है या कोई मालवेयर इंस्टॉल किया गया है या नहीं।
ग्राहक डेटा के लीक होने की पुष्टि नहीं
हैकर्स ने अपने दावे को प्रमाणित करने के लिए दो स्क्रीनशॉट भी शेयर किए हैं, जिनके आधार पर विशेषज्ञों ने पुष्टि की है कि उनके पास कंपनी की कुछ निजी जानकारियां हैं। हालांकि, कंपनी ने अभी तक किसी ग्राहक डेटा के लीक होने की पुष्टि नहीं की है।
फैक्ट्री यूनिट्स में प्रोडक्शन रुक गया
इस साइबर अटैक के कारण कंपनी के कई फैक्ट्री यूनिट्स में प्रोडक्शन रुक गया। साथ ही इसका असर कार सेल नेटवर्क पर भी पड़ा। कंपनी ने कर्मचारियों को सुरक्षा कारणों से ऑफिस न आने का आदेश दिया। कंपनी ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए पूरी जांच शुरू कर दी है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के पास थी जिम्मेदारी
जगुआर लैंड रोवर की साइबर सुरक्षा की जिम्मेदारी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के पास है। दोनों कंपनियों के बीच 2023 में पांच साल का कॉन्ट्रैक्ट भी हुआ था, जिसके तहत TCS कंपनी की IT सुरक्षा देखती है। कंपनी का कहना है कि वे साइबर हमले की वजह और प्रभाव का आकलन कर रहे हैं। इस हमले के कारण कंपनी का IT सिस्टम ऑफलाइन हो गया।