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सोनभद्र के डिबुलगंज में घरेलू LPG सिलेंडर में अचानक आग लगने से बड़ा हादसा हो गया। पत्नी तो समय रहते बच निकली, लेकिन आग पर काबू पाने की कोशिश में पति इम्तियाज खान गंभीर रूप से झुलस गए। हादसे में घर का सारा सामान राख हो गया।
पल भर में उजड़ गया घर
Sonbhadra: जिले के अनपरा थाना क्षेत्र के डिबुलगंज में मंगलवार सुबह एक घरेलू LPG सिलेंडर में अचानक लगी आग से बड़ा हादसा होते-होते टल गया। इस घटना में आग बुझाने का प्रयास कर रहे युवक इम्तियाज खान गंभीर रूप से झुलस गए। किचन में काम कर रही उनकी पत्नी किसी तरह बचकर बाहर निकल आई, लेकिन पति आग की लपटों में घिर गया। घटना से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
डिबुलगंज के भगतसिंह नगर निवासी रहिस खान ने बताया कि सुबह उनकी बहू रोज की तरह किचन में नाश्ता बना रही थी। चाय तैयार होने के बाद जैसे ही उसने गैस बंद की, रेगुलेटर से अचानक तेज गैस रिसाव होने लगा। कुछ ही पलों में गैस हवा में फैल गई और चिंगारी के संपर्क में आते ही किचन में भीषण आग भड़क उठी।
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बहू ने किसी तरह चिल्लाकर अपने घरवालों को पुकारा और भागकर अपनी जान बचाई। तभी शोर सुनकर पति इम्तियाज़ खान किचन में पहुंचे और आग बुझाने का प्रयास करने लगे, लेकिन गैस के तेज दबाव और लपटों के कारण वे गंभीर रूप से झुलस गए। उनके दोनों हाथ, गर्दन और चेहरे पर गहरी चोटें आई हैं।
झुलसे इम्तियाज को परिजनों ने तुरंत नगर के संयुक्त अस्पताल पहुँचाया, जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया। डॉक्टरों के अनुसार उनके शरीर का एक बड़ा हिस्सा जल चुका है और उन्हें बेहतर इलाज की आवश्यकता है।
किचन में अचानक भड़की आग
आग इतनी भयावह थी कि आसपास के लोगों ने भी घर में पहुंचने की हिम्मत नहीं की। परिजनों ने किसी तरह धधकते सिलेंडर को किचन से बाहर सड़क पर फेंककर बड़ा हादसा टाल दिया। सिलेंडर लगातार दो घंटे तक जलता रहा और उससे उठती लपटें दूर से दिखाई दे रही थीं।
इस घटना में घर का काफी सामान जलकर राख हो गया, जिसमें- वाशिंग मशीन, टीवी, फ्रिज, कपड़े और फर्नीचर सब कुछ आग की चपेट में आकर नष्ट हो गया। परिवार को भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि घटना स्थल पर अग्निशमन विभाग की टीम घंटों बाद भी नहीं पहुँची। स्थानीय लोगों ने आग को खुद ही नियंत्रित करने का प्रयास किया। लोगों ने अग्निशमन प्रणाली की लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यदि आग घर के अंदर ही फैलती रहती, तो पूरा मोहल्ला एक बड़े हादसे का शिकार हो सकता था।
स्थानीय निवासी ने बताया, "आग की लपटें इतनी तेज थीं कि लगता था सिलेंडर फट जाएगा। लेकिन जब तक फायर ब्रिगेड आती, हम खुद किसी तरह आग को काबू करने की कोशिश में लगे रहे। आज बड़ा हादसा टल गया, लेकिन अग्निशमन की टीम का समय पर न आना गंभीर सवाल खड़ा करता है।"
जिला अस्पताल रेफर किए जाने से पहले इम्तियाज ने बताया कि चाय बनाने के बाद उनकी पत्नी ने जैसे ही गैस बंद की, रेगुलेटर से तेज गैस निकलने लगी। उन्होंने कहा- "मैं गैस बंद करने गया, लेकिन उससे पहले ही आग भड़क गई और मैं लपटों में घिर गया। कुछ समझ नहीं आया कि क्या हो गया।"
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घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। लोग अपने गैस सिलेंडर और रेगुलेटर की जांच करने में जुट गए। इम्तियाज के परिवार के लोग सन्न हैं और उनकी हालत को लेकर चिंतित हैं। फिलहाल पुलिस और प्रशासन मामले की जांच में जुटा है।