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रायबरेली में किसानों के लिए सौर ऊर्जा से चलने वाला कीट ट्रैप यंत्र पेश किया गया। यह यंत्र पेस्टिसाइड्स की जरूरत कम करता है, कीड़ों को मारता है, खेत की उर्वरक क्षमता बचाता है और स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित है।
Raebareli: यूपी के रायबरेली में आयोजित किसान सम्मान समारोह और मेले में किसानों के लिए एक नया यंत्र पेश किया गया। यह यंत्र खेतों में पेस्टिसाइड्स के अत्यधिक इस्तेमाल की समस्या को कम कर सकता है। सौर ऊर्जा से चलने वाले इस यंत्र में एक पंखा लगा है जो जलती हुई लाइट की ओर आने वाले कीड़ों को मारता है।
किसान इसे आसानी से अपने खेतों में लगा सकते हैं। यंत्र की सोलर पैनल तकनीक पर्यावरण के लिए सुरक्षित है और भूमि की उर्वरक क्षमता को भी प्रभावित नहीं करती। इससे किसानों की लागत भी कम होगी और स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव भी घटेंगे।
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डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता ने मेले में इस यंत्र का निरीक्षण किया और बताया कि यह तकनीक छोटे और बड़े खेतों दोनों के लिए उपयुक्त है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे यंत्र किसानों की मेहनत बचाने और फसलों की पैदावार बढ़ाने में मदद करेंगे। किसानों ने इस पहल को सराहा और उम्मीद जताई कि जल्द ही यह यंत्र हर खेत में पहुंच सके।