हिंदी
गोरखपुर-बनारस इंटरसिटी एक्सप्रेस के पहिए से धुआं निकलने के कारण ट्रेन करीब 20 मिनट तक गौरीबाजार-बैतालपुर के बीच रुकी रही। ब्रेक सिस्टम में खराबी के चलते यह स्थिति बनी। जिसे समय रहते ठीक कर लिया गया। कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ।
गोरखपुर-छपरा रेलखंड
Deoria: मंगलवार की शाम गोरखपुर-छपरा रेलखंड पर उस वक्त हड़कंप मच गया। गोरखपुर-बनारस इंटरसिटी एक्सप्रेस के एक पहिए से अचानक धुआं उठने लगा। चलती ट्रेन से धुआं निकलता देख यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। लोग डर के साए में आ गए। हालांकि ट्रेन चालक की सतर्कता और रेलवे कर्मचारियों की तत्परता से एक बड़ा हादसा टल गया। करीब बीस मिनट तक ट्रेन को रोककर ब्रेक सिस्टम को ठीक किया गया।
धुआं उठते ही मची अफरा-तफरी
गोरखपुर से वाराणसी जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस रोज की तरह मंगलवार की देर शाम गोरखपुर जंक्शन से रवाना हुई थी। ट्रेन जैसे ही गौरीबाजार रेलवे स्टेशन को पार कर 135 नंबर ढाले के पास पहुंची।तभी एक पहिए से अचानक धुआं उठने लगा। यह सीन देखते ही यात्रियों में दहशत फैल गई। कई यात्री सीटों से उठ खड़े हुए और तुरंत इसकी सूचना ट्रेन के ड्राइवर और गार्ड को दी गई।
Breaking: गोरखपुर में दिनदहाड़े सपा नेता पर फायरिंग, बाल-बाल बचे पूर्व मंत्री के बेटे अमरेंद्र निषाद
चालक की सतर्कता से टला हादसा
सूचना मिलते ही ट्रेन के चालक ने बिना देर किए सतर्कता दिखाई और ट्रेन को गौरीबाजार व बैतालपुर स्टेशन के बीच रोक दिया। ट्रेन रुकते ही रेलवे स्टाफ ने पहिए और ब्रेक सिस्टम की जांच शुरू की। पहिए से उठते धुएं को देखकर कुछ देर के लिए यात्रियों में डर का माहौल बना रहा लेकिन कर्मचारियों ने यात्रियों को शांत रहने की अपील की।
ब्रेक सिस्टम में आई तकनीकी दिक्कत
रेलवे कर्मचारियों की जांच में सामने आया कि ब्रेक सिस्टम में तकनीकी खराबी के कारण पहिया अधिक गर्म हो गया था। जिससे धुआं निकल रहा था। मौके पर ही ब्रेक को दुरुस्त किया गया। इस पूरी प्रक्रिया में करीब बीस मिनट का समय लगा। जिस दौरान ट्रेन वहीं खड़ी रही।
बीस मिनट बाद रवाना हुई ट्रेन
ब्रेक ठीक होने और पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद रेलवे अधिकारियों ने ट्रेन को आगे बढ़ने की अनुमति दी। इसके बाद गोरखपुर-बनारस इंटरसिटी एक्सप्रेस अपने गंतव्य वाराणसी जंक्शन के लिए रवाना हो गई। इस घटना में किसी भी यात्री को कोई चोट नहीं आई और न ही किसी तरह का जान-माल का नुकसान हुआ।
गोरखपुर के लाल ने कराटे जगत में रचा इतिहास; जीती ब्लैक मास्टर बेल्ट
यात्रियों ने ली राहत की सांस
ट्रेन के रवाना होते ही यात्रियों ने राहत की सांस ली। कई यात्रियों का कहना था कि अगर समय रहते ट्रेन नहीं रोकी जाती तो बड़ा हादसा हो सकता था। रेलवे की तत्परता और चालक की समझदारी की यात्रियों ने सराहना की।