

गोरखपुर स्थित SSB मुख्यालय में रक्षाबंधन के मौके पर ‘राष्ट्र रक्षा सूत्र बंधन’ कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें पूर्व महापौर सत्या पांडेय के नेतृत्व में छात्राओं ने जवानों को राखी बांधकर सम्मानित किया। तिलक, आरती और देशभक्ति गीतों के साथ बहनों ने वीर जवानों को अपना स्नेह और आशीर्वाद दिया। DIG मुन्ना सिंह और सत्या पांडेय ने इस भावुक पहल की सराहना की। यह आयोजन रक्षाबंधन को एक नया अर्थ देकर भावनात्मक रूप से यादगार बन गया।
गोरखपुर स्थित सशस्त्र सीमा बल (SSB) मुख्यालय मंगलवार को रक्षाबंधन के पावन पर्व पर एक भावुक और गौरवपूर्ण आयोजन का साक्षी बना। देश की सीमाओं की रक्षा में तैनात वीर जवानों को जब बहनों ने राखी बांधी, तो हर चेहरा भावनाओं से भीगा और गर्व से चमकता नजर आया। इस ‘राष्ट्र रक्षा सूत्र बंधन’ नामक विशेष कार्यक्रम का आयोजन पूर्व महापौर सत्या पांडेय के नेतृत्व में किया गया, जिसमें शहर के विभिन्न स्कूलों की छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
जवानों की कलाई पर रक्षा सूत्र
हर साल रक्षाबंधन पर जहां बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र की कामना करती हैं, वहीं सीमाओं की रक्षा में जुटे जवान अपने घरों से दूर रह जाते हैं। इसी भावनात्मक कमी को पूरा करने के लिए यह आयोजन किया गया, जिसमें छात्राओं ने जवानों की कलाई पर राखी बांधकर उन्हें भाई का स्नेह और बहन का आशीर्वाद दिया। कार्यक्रम की शुरुआत तिलक और आरती से हुई। छात्राओं ने परंपरागत तरीके से जवानों का स्वागत किया और फिर देशभक्ति गीतों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के जरिए सम्मान और आभार व्यक्त किया।
DIG मुन्ना सिंह का भावुक संदेश: “इस पहल ने दिल छू लिया”
कार्यक्रम के दौरान एसएसबी गोरखपुर के डीआईजी मुन्ना सिंह ने कहा, “हमारे कई जवान त्योहारों पर भी अपने घर नहीं जा पाते। आज की इस सुंदर पहल ने उन्हें एक परिवारिक अहसास और भावनात्मक संबल दिया है। यह न सिर्फ एक आयोजन, बल्कि एक सांस्कृतिक कर्तव्य भी है।”
सत्या पांडेय: "देश की सेवा करने वालों की कलाई पर राखी बांधना सौभाग्य की बात"
पूर्व महापौर सत्या पांडेय ने इस अवसर पर कहा, “देश की रक्षा करने वाले जवानों को रक्षाबंधन का अहसास दिलाना हमारी जिम्मेदारी है। हमने मिलकर उन तक बहन के प्यार और कृतज्ञता की भावना पहुंचाई है।”
छात्राओं के चेहरे पर गर्व, आंखों में आंसू
छात्राओं ने भी इस अनोखे अनुभव को अपने जीवन के सबसे यादगार क्षणों में से एक बताया। एक छात्रा ने कहा, “देश के लिए अपनी जान जोखिम में डालने वाले भाइयों की कलाई पर राखी बांधना मेरे लिए गर्व और सौभाग्य की बात है। यह पल हमेशा के लिए दिल में बस गया है।”
रक्षक कभी अकेले नहीं होते
इस आयोजन ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि जो देश की रक्षा करते हैं, उन्हें कभी भावनात्मक रूप से अकेला महसूस नहीं करने दिया जाएगा। बहनों के इस प्रेम भरे कार्य ने जवानों के चेहरों पर मुस्कान और आंखों में अपनापन ला दिया।