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यूपी के चंदौली जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, सिंघीताली गांव में बच्चे के जन्म की खुशी में नेग लेने पहुंचे किन्नरों ने घर और दुकान में घुसकर तोड़फोड़ की। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और आरोपी किन्नरों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर रही है।
पीड़िता महिला
Chandauli: जिले के अलीनगर थाना क्षेत्र के सिंघीताली गांव से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। बताया जा रहा है कि बच्चे के जन्म की खुशी में नेग लेने पहुंचे किन्नरों ने घर और दुकान में घुसकर जमकर उत्पात मचाया। घटना का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें साफ दिखाई दे रहा है कि किन्नरों ने दुकान में तोड़फोड़ की और नग्न होकर तांडव मचाया।
भुक्तभोगी गोविंद जायसवाल ने बताया कि उन्होंने किन्नरों को इक्कीस सौ रुपये देने की बात कही थी, लेकिन वे इससे नाराज हो गए। आरोप है कि किन्नरों ने दुकान में रखे आभूषण भी उठाए और गोविंद के भाई का मोबाइल पटककर तोड़ दिया। गोविंद ने कहा, "मैंने कहा कि 2100 रुपये दूँगा, लेकिन वो लोग जबरदस्ती करने लगे। घर में घुसकर तोड़फोड़ की, गाली-गलौज और मारपीट भी की। अब मेरी आर्थिक और मानसिक स्थिति दोनों ही प्रभावित हुई है।"
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इस घटना के बाद ग्रामीणों में गुस्सा है उनका कहना है कि नेग लेने आए किन्नर कई बार विवादित घटनाओं में शामिल रहे हैं और इससे पहले भी उन्होंने धमकी और उत्पात मचाया है। एक ग्रामीण ने कहा, "ऐसा लगता है कि किन्नरों के लिए कोई नियम नहीं हैं। आम लोग डर के मारे उनकी मांगों को पूरा करने को मजबूर हैं। अगर इस पर कड़ी कार्रवाई नहीं होती है तो भविष्य में और लोग पीड़ित होंगे।"
चंदौली में किन्नरों ने मचाया उत्पात, नेग विवाद ने लिया हिंसक रूप,देखिए भुक्तभोगी ने क्या कहा?#Chandaulinews #kinnarCommunity #ViralVideo @Uppolice pic.twitter.com/ruBv3aM1Ef
— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) October 30, 2025
लोगों का कहना है कि किन्नरों के अधिकार और सामाजिक मान्यता के साथ-साथ यह भी जरूरी है कि समाज में उनके लिए नियम और अनुशासन हों। किन्नरों के लिए कोई विशेष कानून नहीं है, लेकिन किसी भी नागरिक की तरह वे भी कानून के दायरे में आते हैं। हिंसा और धमकी पर पाबंदी होनी चाहिए। यदि नियम नहीं बने तो कई लोग डर के मारे अपनी संपत्ति और सम्मान खो सकते हैं।
चंदौली में किन्नरों का तांडव
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अलीनगर थाना के अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही आरोपी किन्नरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि घटना के वीडियो फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान की जा रही है और उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
सामाजिक दृष्टिकोण से यह मामला महत्वपूर्ण है। लंबे समय से किन्नर समुदाय अपने सांस्कृतिक और सामाजिक अधिकारों की मांग करता रहा है, लेकिन कुछ किन्नरों की इस तरह की हिंसक हरकतें पूरे समुदाय की छवि को प्रभावित कर सकती हैं। लोगों का कहना है कि किन्नरों के लिए प्रशिक्षण, जागरूकता और कानून की जानकारी जरूरी है, ताकि वे समाज में सम्मान के साथ रह सकें और किसी के साथ हिंसा या उत्पात न करें।
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चंदौली के सिंघीताली गांव की यह कहानी केवल एक एक घटना नहीं है, बल्कि यह पूरे देश में सामाजिक और कानूनी ढांचे पर सवाल उठाती है। अब देखना यह होगा कि पुलिस और प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाते हैं और क्या कानून के तहत किन्नरों को भी यह समझाया जाएगा कि किसी के साथ हिंसा और धमकी करना स्वीकार्य नहीं है।
भक्तभोगी गोविंद जायसवाल की शिकायत और वायरल सीसीटीवी फुटेज ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि किन्नरों के लिए नियम और अनुशासन नहीं बनाए गए तो आम नागरिक हमेशा उनके उत्पात का शिकार बनते रहेंगे।