

फतेहपुर जिले में 22 सितंबर से शुरु हुआ नवरात्रि पर्व के छठवें दिन मंदिर और दुर्गा पंडालों में सुबह से भक्तों की भीड़ देखने को मिली। माँ भगवती के जयकारों के गूंज से पूरा वातावरण भक्ति मय हो गया है।
फतेहपुर में नवरात्रि छठे दिन
Fatehpur: फतेहपुर जिले में 22 सितंबर से शुरु हुआ नवरात्रि पर्व के छठवें दिन मंदिर और दुर्गा पंडालों में सुबह से भक्तों की भीड़ देखने को मिली। माँ भगवती के जयकारों के गूंज से पूरा वातावरण भक्ति मय हो गया है। मंदिर और दुर्गा पंडालों में पहुची महिलाओं ने कहा कि नौ दिन माँ की पूजा करने वाले और कन्याओं को पूजने वाले बच्चियों की रक्षा करने का वचन भी ले। पूरे जिले में इस बार 2023 दुर्गा पंडाल माँ के भक्तों ने सजाया है। जहां हर दिन माता रानी का श्रृंगार अलग अलग रूप में किया जाता है। भक्तों के द्वारा प्रतिदिन माँ अलग अलग श्रृंगार किया जाता है।
रुद्रप्रयाग में अतिवृष्टि से हुए नुकसान का आकलन, PDNA टीम ने किया निरीक्षण
शहर के तुराब अली का पुरवा मोहल्ला में दुर्गा पूजा पंडाल में माँ दुर्गा की भक्त वैशाली ने बताया कि महिलाओं के प्रति अत्याचार तो लगभग हर घर में होते है, इसमें सबसे पहले भूमिका हमारे परिवार वालों की होनी चाहिए, महिलाओं को शिक्षा की जरूरत है क्योंकि जब महिला पड़ेगी तो उसे अपने अधिकारों के बारे में जानकारी मिलेगी। हम देवी को पूजते हैं ये एक शशक्त महिला हैं इसलिए हम इन्हें पूजते हैं यदि हम सब महिलाएं शशक्त बन जाए तो हम सब भी पूजे जाएंगे। सरकार नियम और नए कानून बना सकती है लेकिन जब तक वो जमीनी स्तर तक लागू नहीं होते हमारी रक्षा नहीं हो सकती।
तुराब अली का पुरवा स्थित नव युवक नवदुर्गा कमेटी के सदस्य रामपाल मौर्य ने बताया कि यह महादेव का मंदिर करीब 100 साल पुराना है यहां पर दुर्गा पूजा का कार्यक्रम करीब 12 साल पहले से शुरू हुआ है, इसके पहले भी हमेशा कोई न कोई आयोजन जैसे रामायण आदि होता रहा है
Gorakhpur News: तहसील स्तरीय खो-खो प्रतियोगिता का भव्य आयोजन, बेटियों ने दिखाया दम
आरती में कमेटी के अध्यक्ष हर्ष कुमार, उपाध्यक्ष शुभम मौर्य, दीपक सचान, हर्षित यादव, मोनू मौर्य पुनीत श्रीवास्तव, अमन सचान सहित समस्त कमेटी सदस्य सम्मिलित रहे। वही चौक हनुमान मंदिर दुर्गा पूजा कमेटी के कालका मोदनवाल, जगन्नाथ गांधी, कुलदीप रस्तोगी उर्फ पप्पन, सूरज, राजू गुप्ता, राजा गुप्ता, अतुल चौरसिया ने बताया कि प्रतिदिन माँ भगवती के अलग अलग स्वरूप का भव्य स्वरूप श्रृंगार किया गया है।