सावन में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में विशेष तैयारियां, श्रद्धालुओं के लिए होंगी ये सुविधाएं

श्री काशी विश्वनाथ धाम में सावन के महीने में श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं। विशेष दर्शन, चिकित्सकीय सहायता, डिजिटल दर्शन और सुरक्षा के लिए मंदिर प्रशासन काम कर रहा है।

Post Published By: Asmita Patel
Updated : 5 July 2025, 2:47 PM IST
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Varanasi News: सावन के महीने में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इस बार मंदिर के गेट नंबर चार, नंदू फारिया, सिल्को गली, ढुंढिराज और सरस्वती फाटक से श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, हाल ही में गंगा में आई बाढ़ के कारण ललिता घाट से श्रद्धालुओं का प्रवेश अस्थायी रूप से प्रतिबंधित किया जा सकता है।

निशुल्क ई-रिक्शा सेवा की शुरुआत

विशेष रूप से वृद्ध, अशक्त, दिव्यांगजन और बच्चों के लिए गोदौलिया से मैदागिन तक निशुल्क ई-रिक्शा सेवा का संचालन किया जाएगा। यह सेवा श्रद्धालुओं के लिए अत्यधिक सहायक साबित होगी, खासकर उन लोगों के लिए जो लंबी कतारों में खड़े होने में असमर्थ होते हैं।

वीआईपी दर्शन पर रहेगा प्रतिबंध

मंडलायुक्त एस राजलिंगम ने बताया कि इस बार सावन के दौरान कोई वीआईपी या वीवीआईपी दर्शन नहीं होंगे। सावन भर प्रोटोकॉल दर्शन पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। सभी श्रद्धालु कतार में खड़े होकर ही दर्शन करेंगे और इस दौरान किसी भी व्यक्ति को दलालों के झांसे में नहीं आना चाहिए।

धोखाधड़ी से बचने के लिए चेतावनी

मंदिर न्यास ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि अगर कोई व्यक्ति विशेष दर्शन के नाम पर पैसे मांगता है या अपने दुकान से प्रसाद लेने पर दर्शन में सहायता का दावा करता है, तो वह ठगने का प्रयास कर रहा है। ऐसी स्थिति में श्रद्धालुओं को तुरंत निकटतम पुलिस या मंदिर कर्मी से संपर्क करना चाहिए।

सावन के हर सोमवार को होंगे विशेष शृंगार

सावन के महीने में चार सोमवार होंगे, जिन पर बाबा विश्वनाथ के अलग-अलग शृंगार किए जाएंगे।
1. 14 जुलाई- चल प्रतिमा शृंगार
2. 21 जुलाई- गौरी-शंकर (शंकर-पार्वती) शृंगार
3. 28 जुलाई- अर्धनारीश्वर शृंगार
4. 4 अगस्त- रुद्राक्ष शृंगार
इसके अलावा 9 अगस्त को पूर्णिमा के अवसर पर झूला शृंगार किया जाएगा। यह शृंगार भक्तों के लिए एक आकर्षण का केंद्र होगा।

डिजिटल दर्शन की व्यवस्था

मंडलायुक्त ने बताया कि स्मार्ट सिटी के सहयोग से धाम परिसर और शहर के अलग-अलग स्थानों पर बाबा विश्वनाथ की आरती और शृंगार के डिजिटल दर्शन की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर दर्शन की ऑनलाइन स्ट्रीमिंग भी की जाएगी। यह व्यवस्था उन श्रद्धालुओं के लिए है जो शारीरिक रूप से मंदिर में नहीं पहुंच सकते।

चिकित्सकीय सुविधाओं का ध्यान

श्रद्धालुओं की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मंदिर में पांच स्थानों पर चिकित्सकीय टीम की तैनाती की जाएगी। प्रत्येक पाली में दो डॉक्टर की टीम रहेगी। मंदिर परिसर में दो एंबुलेंस भी उपलब्ध होंगी। जिनमें से एक में एडवांस लाइफ सपोर्ट की सुविधा होगी, ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति में तुरंत सहायता दी जा सके।

खोया-पाया केंद्र की व्यवस्था

धाम में श्रद्धालुओं के खोया-पाया सामान के लिए छह स्थानों पर खोया-पाया केंद्र की स्थापना की गई है। ये केंद्र निम्नलिखित स्थानों पर होंगे।
1. मंदिर प्रांगण
2. शंकराचार्य चौक
3. गेट नंबर एक (गंगा निकास द्वार)
4. गेट नंबर दो (सरस्वती फाटक)
5. गेट नंबर चार (मुख्य प्रवेश मार्ग)
6. ललिता घाट

पेयजल और अन्य सुविधाएं

मंडलायुक्त के अनुसार, श्रद्धालुओं को ग्लूकोज/ओआरएस घोल, सूक्ष्म जलपान, बिस्किट, चॉकलेट आदि का वितरण किया जाएगा, ताकि वृद्ध और बच्चों को सहूलियत हो। इसके अलावा, अतिरिक्त पेयजल काउंटर और गुड़ की व्यवस्था भी की जाएगी, जिससे श्रद्धालु ताजगी और ऊर्जा महसूस कर सकें।

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