

महराजगंज में कानून व्यवस्था की बदहाली, प्राथमिक विद्यालयों की मनमानी बंदी, किसानों को खाद की किल्लत, बिजली संकट, महंगाई और सामाजिक उत्पीड़न जैसे ज्वलंत मुद्दों को लेकर समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष विद्यासागर यादव की अगुवाई में सपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय सामाजिक संगठनों ने फरेंदा में विरोध प्रदर्शन किया।
सड़कों पर उतरे समाजवादी
Maharajganj: उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की बदहाली, प्राथमिक विद्यालयों की मनमानी बंदी, किसानों को खाद की किल्लत, बिजली संकट, महंगाई और सामाजिक उत्पीड़न जैसे ज्वलंत मुद्दों को लेकर समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष विद्यासागर यादव की अगुवाई में सपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय सामाजिक संगठनों ने जिला मुख्यालय में विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन भेजकर प्रदेश सरकार को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार ज्ञापन में सपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया गया है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। हत्या, लूट, बलात्कार, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार, जातीय उत्पीड़न जैसी घटनाएं अब आम हो चुकी हैं। शासन-प्रशासन इन घटनाओं को रोकने में पूरी तरह विफल रहा है। प्रदर्शन कर रहे सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि सरकार जनहित की नीतियों पर अमल करने की जगह केवल दिखावटी घोषणाओं में उलझी है।
प्रदर्शनकारियों ने कार्यवाही की मांग की
1. प्राथमिक विद्यालयों की बंदी पर रोक
2. जनपद के कई इलाकों में प्राथमिक स्कूलों को बिना उचित कारण बंद किया जा रहा है। इससे गरीब और ग्रामीण बच्चों की शिक्षा पर गंभीर असर पड़ा है। ज्ञापन में इन स्कूलों को पुनः शुरू करने की मांग की गई है।
3. खाद की कालाबाजारी और बिजली संकट किसानों को उनकी फसलों के लिए खाद समय पर नहीं मिल पा रही है। अधिकारी खाद वितरण में भ्रष्टाचार और कालाबाजारी में लिप्त हैं। वहीं, अघोषित बिजली कटौती और महंगे बिलों से आम जनता त्रस्त है।
4. पिछड़े, दलित और आदिवासी समाज का उत्पीड़न समाज के कमजोर वर्गों के साथ लगातार भेदभाव और पुलिस-प्रशासन की लापरवाही से अन्याय की घटनाएं हो रही हैं। यह स्थिति संविधान के मूल्यों के खिलाफ है।
5. सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणियाँ सपा नेताओं ने सोशल मीडिया पर राष्ट्रीय नेताओं के खिलाफ बढ़ रही अपमानजनक टिप्पणियों का जिक्र किया और प्रशासन की चुप्पी को सत्ताधारी दल से मिलीभगत करार दिया। दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की गई।
6. बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी महंगाई ने आम लोगों की कमर तोड़ दी है, वहीं बेरोजगारी के चलते युवा हताश हैं। ज्ञापन में रोजगार सृजन और महंगाई पर नियंत्रण की तत्काल मांग की गई।
7. सरकार को बर्खास्त करने की मांग प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि जब सरकार कानून व्यवस्था, शिक्षा, रोजगार और किसान हित जैसी प्राथमिक जिम्मेदारियों को निभाने में असफल है, तो उसे तुरंत बर्खास्त कर राज्य में संवैधानिक शासन लागू किया जाए।
प्रदर्शन के दौरान तीखा संदेश
प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने कहा कि, “जनता की सरकार चाहिए, तानाशाही नहीं” जैसे नारों के साथ सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया। प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। ज्ञापन लेने के बाद प्रशासन ने आश्वासन दिया कि मांगों को राज्यपाल तक पहुंचाया जाएगा।
इस मौके पर पूर्व विधायक सुदामा प्रसाद, जिला उपाध्यक्ष अमरनाथ उर्फ लल्ला यादव,जिला महासचिव शमसुद्दीन अली, बाबा साहब वाहिनी के राष्ट्रीय सचिव श्रवण पटेल, जिला उपाध्यक्ष, महातम यादव, शत्रुघन कन्नौजिया, प्रणय गौतम, तैयब अली, बाबर अहमद
महिला सभा की जिलाध्यक्ष सत्यभामा सिंह, कृष्णभान सिंह, रामगोपाल यादव, संतोष कृष्ण त्रिपाठी, युवजन सभा के जिलाध्यक्ष अमरजीत साहनी, छात्र संघ के जिलाध्यक्ष यज्ञदत्त, डॉक्टर एस एस पटेल, विधान सभा अध्यक्ष विक्रम यादव, अर्जुन यादव, सिसवा विधान सभा अध्यक्ष कैलाश प्रजापति, देवेंद्र उर्फ बब्बू शाही, सतीश यादव, बैजू यादव, शमशुल हुदा खान, अमित यादव, संजय यादव, हीरा लाल जख्मि, दीपू यादव, प्रवीण सिंह, बबलू सिंह, राहुल शर्मा, हरिप्रताप उर्फ गोलू पासवान, रामाशीष यादव, इंदु गौतम, ललैतुन निशा समेत सैकड़ों सपा कार्यकर्ता मौजूद थे।