

रायबरेली जिले में रतापुर से गल्ला मंडी तक सड़क निर्माण न होने का मुद्दा अब तूल पकड़ता जा रहा है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
सभासदों ने सौंपा ज्ञापन
रायबरेली: उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में रतापुर से गल्ला मंडी तक सड़क निर्माण न होने का मुद्दा अब तूल पकड़ता जा रहा है। इस मुद्दे पर नगर पालिका के सभासदों में गहरी नाराजगी देखी जा रही है और उन्होंने इस सड़क के निर्माण की मांग को लेकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, दर्जनों सभासदों ने एकजुट होकर सड़क निर्माण में देरी के खिलाफ अपना रोष प्रकट किया और सभासद एकता जिंदाबाद जैसे नारे लगाए। सभासदों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक यह सड़क नहीं बनती, तबतक वे अपना विरोध जारी रखेंगे।
सभासदों ने लगाए गंभीर आरोप
बता दें कि सभासदों ने पहले भी नगर पालिका प्रशासन पर भ्रष्टाचार और विकास कार्यों में अनियमितताओं के गंभीर आरोप लगाए हैं। गल्ला मंडी रोड का निर्माण न होना स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ी समस्या बन गया है, क्योंकि यह सड़क न केवल आवागमन के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि क्षेत्र के व्यापार और आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस सड़क की जर्जर हालत के कारण व्यापारियों और आम जनता को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। सभासदों का कहना है कि नगर पालिका प्रशासन वार्डों में विकास कार्यों के प्रति पूरी तरह उदासीन है और टेंडर प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी साफ दिखाई देती है।
सड़क की मरम्मत लंबे समय से लंबित
गल्ला मंडी रोड क्षेत्र के व्यापारिक केंद्रों को जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण कड़ी है और इसकी खराब स्थिति के कारण व्यापारियों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क की मरम्मत और पुनर्निर्माण लंबे समय से लंबित है, जिससे उनकी रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित हो रही है। सभासदों ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाते हुए जिला प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग की है और जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें इस सड़क के निर्माण को तत्काल शुरू करने की अपील की गई है।
यह पहला मौका नहीं है जब रायबरेली में सभासदों ने विकास कार्यों की अनदेखी के खिलाफ आवाज उठाई हो। इससे पहले सलोन नगर पंचायत में भी सभासदों ने लंबित विकास परियोजनाओं को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था।
सभासदों ने चेतावनी दी है कि अगर प्रशासन ने जल्द ही इस सड़क के निर्माण पर काम शुरू नहीं किया, तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे।