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रायबरेली के भदोखर थाना पुलिस ने रात्रि गश्त के दौरान तीन नाबालिग बच्चों को बरामद कर परिजनों से मिलवाया। बच्चों के माता-पिता की आंखों में आंसू थे जब उन्हें अपने बच्चों को सकुशल पाया। भदोखर पुलिस की इस मुस्तैदी की हर जगह सराहना हो रही है।
भदोखर थाना पुलिस का सराहनीय कार्य
Raebareli: रायबरेली की भदोखर थाना पुलिस ने एक बार फिर से इंसानियत का परिचय देते हुए तीन नाबालिग बच्चों को उनके परिजनों से मिलवाया। यह कार्य पुलिस ने रात्रि गश्त के दौरान किया, जब तीन नाबालिग बच्चे भदोखर थाना क्षेत्र के सुनसान इलाके जगदीशपुर में घूमते हुए मिले। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए बच्चों को सुरक्षित थाने लाकर उनके परिजनों को सूचित किया, जिससे बच्चों के घरवालों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा।
भदोखर थाना अध्यक्ष राकेश चंद्र आनंद और उनकी टीम ने बच्चों से पूछताछ की और पता चला कि वे परशदेपुर, कजियाना वार्ड नंबर दो के निवासी हैं। बच्चे करीब 10 से 12 वर्ष की आयु के थे, और उनका कहना था कि वे डीह थाना क्षेत्र से आए थे। इन बच्चों का नाम जैद (12 वर्ष), अरमान (11 वर्ष) और सैफुल्लाह (10 वर्ष) था। इन बच्चों के पिता का देहांत हो चुका था, और उनकी मां ही उनका पालन-पोषण कर रही थी।
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जैसे ही बच्चों की पहचान और उनका पता चल पाया, पुलिस ने परिजनों को फोन के माध्यम से सूचित किया। बच्चों के परिजन भदोखर थाना पहुंचे और जैसे ही उन्होंने अपने बच्चों को सुरक्षित देखा, उनकी आँखों में आंसू छलक पड़े। जैद की मां ने पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह का आभार जताया और कहा कि "आज भदोखर पुलिस की वजह से ही हम अपने बच्चों से मिल पाए।" यह दृश्य बहुत ही भावुक था और इसने पुलिस की मेहनत और समर्पण को दर्शाया।
यह पहली बार नहीं है जब भदोखर पुलिस ने इस तरह का सराहनीय कार्य किया हो। इससे पहले भी भदोखर पुलिस ने राजस्थान से भागकर आए बच्चों को कानपुर से बरामद किया था और उन्हें उनके परिजनों से मिलवाया था। भदोखर पुलिस का यह लगातार प्रयास रहा है कि वे बच्चों को सुरक्षित तरीके से उनके घरवालों तक पहुंचाएं।
भदोखर थाना पुलिस (सोर्स- गूगल)
भदोखर थाना अध्यक्ष राकेश चंद्र आनंद के नेतृत्व में पुलिस की टीम क्षेत्र में सक्रिय रूप से अपनी ड्यूटी निभा रही है। उप निरीक्षक राणा प्रताप सिंह, कांस्टेबल सतेन्द्र, कांस्टेबल विनीत भाटी और अन्य हमराही पुलिसकर्मी इस कार्य में शामिल थे। उनके सहयोग से ही यह मुहिम सफल हो पाई। पुलिस की टीम की मेहनत और तत्परता ने एक बार फिर यह साबित किया कि उनका प्रमुख उद्देश्य नागरिकों की सुरक्षा और मदद करना है।
पुलिस की रात्रि गश्त ने इस बार भी अपनी सार्थकता साबित की। भदोखर थाना क्षेत्र में पुलिस का यह संजीदगी से किया गया गश्त न केवल बच्चों को सुरक्षित रखने का काम करता है, बल्कि यह पुलिस की सक्रियता और उनकी जिम्मेदारी का भी प्रतीक है। भदोखर पुलिस की यह मुहिम न केवल जिले में बल्कि पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है।
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भदोखर थाना पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि आगे भी इस तरह की गश्त लगातार जारी रहेगी ताकि और भी बच्चों को सटीक समय पर उनकी माँ-बाप से मिलवाया जा सके। पुलिस का कहना है कि उनकी प्राथमिकता नागरिकों की सुरक्षा है और वे किसी भी बच्चे के लिए इस तरह की मुहिम चलाने में पीछे नहीं हटेंगे।