

गोरखपुर में 25,000 रुपये के इनामी ठग को पुलिस ने दबोचा, नौकरी के नाम पर करता था धोखाधड़ी,पढिए पूरी खबर
पुलिस गिरफ्त में आरोपी
Gorakhpur: गोरखपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) गोरखपुर राज करन नय्यर के निर्देश पर अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। स्वाट और एसओजी की संयुक्त टीम ने 25,000 रुपये के इनामी वांछित अभियुक्त आनंद कुमार वर्मा को गिरफ्तार किया है। यह अभियुक्त सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर कूटरचित दस्तावेजों के जरिए लोगों से ठगी करता था। गिरफ्तारी थाना पीपीगंज क्षेत्र में की गई, जहां अभियुक्त के खिलाफ मुकदमा दर्ज था।पुलिस अधीक्षक (नगर) और पुलिस अधीक्षक (अपराध) के मार्गदर्शन में क्षेत्राधिकारी कैंट के पर्यवेक्षण में यह कार्रवाई हुई।
डाइनामाइट न्यूज रिपोर्ट के अनुसार स्वाट प्रभारी उपनिरीक्षक मनीष यादव और एसओजी प्रभारी उपनिरीक्षक सूरज सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने आनंद कुमार वर्मा को धर दबोचा। अभियुक्त के खिलाफ थाना पीपीगंज में मुकदमा संख्या 303/2023, धारा 406, 420, 467, 468, 504, 506 भादवि के तहत मामला दर्ज है। गिरफ्तारी के बाद अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।घटना का विवरण
आनंद कुमार वर्मा ने वादी को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर विश्वास में लिया। इसके बाद उसने जाली दस्तावेजों के जरिए धोखाधड़ी कर वादी से पैसे ऐंठ लिए। शिकायत मिलने पर थाना पीपीगंज में मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस ने जांच के दौरान अभियुक्त को फरार घोषित कर उस पर 25,000 रुपये का इनाम रखा था। लंबे समय से फरार चल रहे इस ठग को आखिरकार पुलिस ने पकड़ लिया।
अभियुक्त का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार अभियुक्त आनंद कुमार वर्मा, पुत्र महेंद्र कुमार वर्मा, बलिया जिले के अशोक नगर, थाना कोतवाली का निवासी है। वह नौकरी के नाम पर लोगों को ठगने का पुराना खिलाड़ी है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है ताकि उसके अन्य अपराधों और ठगी के शिकार लोगों का पता लगाया जा सके।
गिरफ्तारी करने वाली टीम
इस ऑपरेशन में स्वाट प्रभारी मनीष यादव, एसओजी प्रभारी सूरज सिंह, उपनिरीक्षक राजमंगल सिंह, हेड कांस्टेबल राम इकबाल राव, अरुण खरवार, दुर्गेश मिश्रा, करुणापति तिवारी, कांस्टेबल रवि चौधरी और राजेंद्र कुमार शामिल थे।एसएसपी ने इस सफलता पर पुलिस टीम की सराहना की और कहा कि अपराधियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। जनता से अपील की गई है कि वे नौकरी के नाम पर ठगी करने वालों से सावधान रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।