

हरिद्वार से शुरू हुई PDA कलश यात्रा हरदोई पहुंची, जिसमें बरेली के कई लोग शामिल हैं। यात्रा का उद्देश्य 2027 में अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाना है। यह अभियान PDA वर्ग में जागरूकता और एकता फैलाने के लिए निकाला गया है।
PDA कलश यात्रा
Hardoi: हरिद्वार के हर की पौड़ी से निकली PDA कलश यात्रा रविवार को हरदोई पहुंची, जहां कार्यकर्ताओं ने यात्रा का उत्साहपूर्वक स्वागत किया। इस यात्रा में बरेली के कई लोगों ने भाग लिया है, जिन्होंने गंगाजल से भरे कलश के साथ यह अभियान शुरू किया है।
कावड़िया का संकल्प
गौरव यादव, जो कि बरेली के निवासी हैं, इस यात्रा की अगुवाई कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह यात्रा केवल धार्मिक नहीं, बल्कि राजनीतिक संकल्प से भी जुड़ी हुई है। गौरव यादव ने कहा कि हमारा मिशन है कि वर्ष 2027 में अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया जाए। यही हमारा संकल्प है और इसी उद्देश्य से यह कलश यात्रा निकाली गई है।
यह यात्रा हरिद्वार से प्रारंभ होकर विभिन्न जिलों से होती हुई काशी विश्वनाथ पहुंचकर पूर्ण होगी। रास्ते में PDA (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) वर्ग के बीच जागरूकता फैलाने और राजनीतिक एकता का संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है।
PDA एकता जिंदाबाद के नारे गूंजे
हरदोई पहुंचने पर स्थानीय कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने यात्रा का फूल-मालाओं और नारों के साथ स्वागत किया। यात्रा के दौरान "जय अखिलेश" और "PDA एकता जिंदाबाद" जैसे नारे गूंजते रहे। आयोजकों का कहना है कि यह यात्रा जनसंपर्क का माध्यम बन रही है।
जनसंपर्क का एक महत्वपूर्ण माध्यम
गौरव यादव ने बताया कि यह यात्रा जनसंपर्क का एक महत्वपूर्ण माध्यम भी बन रही है। यात्रा के दौरान लोगों से सीधे संवाद करके उनके मुद्दे और अपेक्षाएं समझने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि PDA वर्ग की एकजुटता ही प्रदेश की राजनीति को नई दिशा दे सकती है।
यात्रा मील का पत्थर साबित
यात्रा में शामिल लोग उम्मीद जता रहे हैं कि यह अभियान न केवल राजनीतिक बल्कि सामाजिक बदलाव की दिशा में भी मील का पत्थर साबित होगा। यात्रा के अंतिम पड़ाव काशी विश्वनाथ पहुंचने के बाद इसका बड़ा आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रदेश के विभिन्न PDA वर्ग के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह यात्रा PDA वर्ग को संगठित करने और उनकी राजनीतिक भागीदारी बढ़ाने के लिए एक नया संदेश लेकर आई है, जो आने वाले चुनावों को प्रभावित कर सकती है।