

फ़तेहपुर जिले के चर्चित विवादित मकबरा स्थल पर पूजा को लेकर भाजपा जिला अध्यक्ष मुखलाल पाल के तेवर अब बदले-बदले नजर आ रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि 16 अगस्त को उन्होंने कभी यह नहीं कहा था कि वह विवादित स्थल पर पूजा करेंगे, बल्कि उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया था कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन सभी अपने-अपने घरों में पूजा करें और वे स्वयं भी घर पर पूजा करेंगे।
भाजपा जिला अध्यक्ष का बदला बयान
Fatehpur: फ़तेहपुर जिले के चर्चित विवादित मकबरा स्थल पर पूजा को लेकर भाजपा जिला अध्यक्ष मुखलाल पाल के तेवर अब बदले-बदले नजर आ रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि 16 अगस्त को उन्होंने कभी यह नहीं कहा था कि वह विवादित स्थल पर पूजा करेंगे, बल्कि उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया था कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन सभी अपने-अपने घरों में पूजा करें और वे स्वयं भी घर पर पूजा करेंगे।
दोषियों की गिरफ्तारी के सवाल पर उन्होंने कहा कि मामला प्रशासन के पास है और इस पर उन्हें कुछ कहना उचित नहीं है। वहीं, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव आतंकवादियों का साथ देते हैं और सनातन महिला के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले मौलाना के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पाए।
मुखलाल पाल ने कहा कि वे हिंदू हैं और जरूरत पड़ी तो धर्म के लिए जान देने से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि विवादित स्थल की जांच कर सच्चाई सामने लाई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
उल्लेखनीय है कि 11 अगस्त को भाजपा जिला अध्यक्ष ने विवादित स्थल पर भीड़ एकत्र कर पूजा करने की बात कही थी। इस दौरान उनका एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वे एसपी से फोन पर कहते सुने गए कि "यह मुलायम सिंह की सरकार नहीं है कि कार्यसेवकों पर गोली चलवा देंगे"। इस पर अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, जिसके बाद मुखलाल पाल ने पलटवार किया।
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सपा विधायक पूजा पाल को पार्टी से निकाले जाने पर उन्होंने तंज कसा कि "मिट्टी में मिलाने वालों का साथ देने की सजा पूजा पाल को मिली है"। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रयागराज में विधायक रहते हुए पूजा पाल ने राजू पाल की हत्या में साथ दिया और अब पार्टी से निकाले जाने पर यह न्याय का परिणाम है।