

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर जिन्दल स्टील ने देशभक्ति का परिचय देते हुए 2 करोड़ रुपये प्रभावित सैनिकों और आश्रितों के लिए दिए हैं। यह राशि कर्मचारियों ने स्वेच्छा से अपने वेतन से दी है। चेक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सौंपा गया।
जिन्दल स्टील के चेयरमैन नवीन जिन्दल ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सौंपा चेक
New Delhi: आजादी की 79वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर जिन्दल स्टील ने एक बार फिर देशभक्ति और सामाजिक उत्तरदायित्व का परिचय दिया है। 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता और उसमें योगदान देने वाले सैनिकों के सम्मान में कंपनी के कर्मचारियों ने प्रभावित सैनिकों और उनके आश्रितों के कल्याण के लिए 2 करोड़ रुपये का योगदान किया है। यह राशि कर्मचारियों के एक दिन के वेतन से एकत्र की गई है, जो स्वेच्छा से राष्ट्र सेवा के प्रति आभार प्रकट करने की भावना से दी गई।
मालूम हो कि मई 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों की हत्या के बाद भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाया था, जिसमें सेना ने पाकिस्तान के भीतर घुसकर आतंकवादी ठिकानों को ध्वस्त किया था। इस साहसिक कार्रवाई में कई सैनिक प्रभावित हुए थे। उनकी सेवा और बलिदान को सलाम करते हुए जिन्दल स्टील परिवार ने यह पहल की है।
दिल्ली में आयोजित एक समारोह में कुरुक्षेत्र के सांसद और जिन्दल स्टील के चेयरमैन नवीन जिन्दल ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को 2 करोड़ रुपये का चेक सौंपा। इस अवसर पर नवीन जिन्दल ने कहा, हमारे सैनिक हमारी सीमाओं के सच्चे रक्षक हैं। उनका त्याग, साहस और समर्पण हर भारतीय को गौरवान्वित करता है। जिन्दल स्टील परिवार का यह छोटा-सा योगदान उन बहादुर सैनिकों और उनके परिजनों के साथ खड़े होने का प्रतीक है।
यह कदम जिन्दल स्टील के उस निरंतर सामाजिक योगदान का हिस्सा है, जिसमें कंपनी आपदा और संकट की घड़ी में देश के साथ खड़ी रही है। चाहे कोविड-19 महामारी रही हो, उत्तराखंड की बाढ़ या ऑक्सीजन संकट- कंपनी ने हर बार सेवा भावना का परिचय दिया है।
2020 में कोविड-19 महामारी के दौरान जिन्दल स्टील ने पीएम-केयर्स फंड में ₹25 करोड़ का योगदान किया था। इसके साथ ही दिल्ली, छत्तीसगढ़ और ओडिशा समेत 13 राज्यों में मेडिकल ऑक्सीजन, पीपीई किट्स, भोजन वितरण, और मास्क निर्माण में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी। इसके अलावा, 2013 की केदारनाथ बाढ़ त्रासदी में कंपनी ने तत्काल राहत पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी।
देश के लिए जब-जब कठिन घड़ी आई, जिन्दल स्टील ने अपने कर्तव्य का निर्वहन कर एक मिसाल कायम की है। 'ऑपरेशन सिंदूर' के वीरों के प्रति यह योगदान न केवल सैनिकों के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है, बल्कि यह जन-संस्थाओं के सामाजिक योगदान का आदर्श उदाहरण भी है।