

नगर पालिका परिषद फतेहपुर में व्याप्त कथित भ्रष्टाचार और कार्यशैली में अनियमितताओं को लेकर सभासदों में आक्रोश है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
फतेहपुर। नगर पालिका परिषद फतेहपुर में व्याप्त कथित भ्रष्टाचार और कार्यशैली में अनियमितताओं को लेकर सभासदों में आक्रोश है। रविवार को कई वार्डों के सभासदों ने अधिशासी अधिकारी को 15 बिंदुओं का ज्ञापन सौंपते हुए तत्काल सुधार की मांग की। सभासदों का कहना है कि नगर पालिका की कार्यप्रणाली पारदर्शिता से कोसों दूर है और आम जनता की समस्याओं की लगातार अनदेखी की जा रही है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, ज्ञापन में सबसे पहले संपत्ति कर के लिए असिशमेंट में खतौनी मांगने को औचित्यहीन बताया गया है। सभासदों ने तर्क दिया कि संपत्ति के स्वामित्व का निर्धारण बैनामा के आधार पर होना चाहिए, न कि खतौनी के। इससे गरीब और मध्यम वर्ग के निवासियों को अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
इसके अलावा ईदगाह रोड, कालिका रोड और ज्वालागंज तालाब के सुंदरीकरण के प्रस्ताव पर अब तक कोई कार्यवाही न होने पर भी सभासदों ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने माशूक पहलवान की पुलिया के आगे नाला निर्माण और पूरे शहर में नालों की नियमित सफाई में लापरवाही का भी मुद्दा उठाया।
अजगवा वार्ड में दो पंपों के निर्माण के बाद भी उन्हें राइजिंग मेन लाइन से नहीं जोड़े जाने और ट्यूबवेल निर्माण के बाद ऑपरेटर की नियुक्ति न होने पर भी नाराजगी जताई गई। सभासदों ने कहा कि पिछले दो बोर्ड बैठकों में स्वीकृत कार्य भी अभी तक शुरू नहीं हुए हैं, जो दर्शाता है कि नगर पालिका प्रशासन केवल कागजी कार्रवाई तक ही सीमित है।
पार्षदों ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए बताया कि 60 ट्यूबवेल के ऑटोमेशन के नाम पर प्रति ट्यूबवेल 5 लाख रुपये खर्च दिखाए गए हैं, लेकिन मौके पर कोई काम नहीं हुआ। इसके अलावा, पिछले वर्ष खरीदे गए वाटर कूलर को कंडम दिखाकर नए वाटर कूलरों की खरीद का टेंडर निकालना भी घोटाले की ओर इशारा करता है।
ज्ञापन देने वालों में सभासद मो. आरिफ 'गुड्डा', अरुण यादव, सीता पटेल, नेहा पवन द्विवेदी, विवेक यादव, मो. इस्माइल और आबिदा बेगम शामिल रहे। सभी ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द सुधार न हुआ तो वे व्यापक आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।