

मुजफ्फरनगर में मुस्लिम समाज उस समय सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश करता नजर आया। जब आरएसएस के 100 वे स्थापना दिवस पर नगर में पथ संचलन निकाला जा रहा था। उसी दौरान मुस्लिम समाज के लोगों ने आरएसएस पथ संचलन पर पुष्पों की वर्षा की।
पथ संचलन पर मुस्लिमों ने की पुष्प वर्षा
Muzaffarnagar: उत्तर प्रदेश में एक तरफ जहां आई लव मोहम्मद के पोस्टर को लेकर जगह-जगह विवाद चल रहा है, तो वही पश्चिम उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में मुस्लिम समाज उस समय सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश करता नजर आया जब आरएसएस के 100 वे स्थापना दिवस पर नगर में पथ संचलन निकाला जा रहा था। उसी दौरान मुस्लिम समाज के लोगों ने आरएसएस पथ संचलन पर पुष्पों की वर्षा कर एक बड़ी मिसाल पेश की।
दरसअल आरएसएस के 100 वे स्थापना दिवस पर आज नगर के मुख्य मार्गो से आरएसएस का पथ संचलन निकाला गया था इस दौरान हिंदुस्तानी पसमानंद मंच के बैनर तले मुस्लिम समाज के लोगो ने आरएसएस के पथ संचलन पर पुष्प वर्षा कर सांप्रदायिक सौहार्द की एक बड़ी मिसाल पेश की।
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इस दौरान आई लव मोहम्मद पोस्टर विवाद को लेकर हिंदुस्तानी पसमांदा मंच के राष्ट्रीय प्रवक्ता रिजवान अंसारी ने कहा कि यह इस समय एक पॉलिटिकल मुद्दा बन चुका है मुस्लिम कम्युनिटी के जो नेता हैं उनका इसमें गलत रोल रहा है जिससे इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर दिया गया है उन्होंने कहा कि असल मोहब्बत अल्लाह के रसूल से वह है जो मुसलमान अल्लाह के रसूल के बताए रास्ते पर अपनी जिंदगी गुजारे।
राष्ट्रीय प्रवक्ता रिजवान अंसारी ने कहा आज हमारे संगठन हिंदुस्तानी पसमांदा मंच के बैनर तले हमारे मार्गदर्शक आदरणीय इंद्रेश कुमार और राष्ट्रीय अध्यक्ष शमशाद मीर के दिशा निर्देश पर आज हमने आरएसएस के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष में जो पथ संचालन निकला था।
पसमांदा मुस्लिम समाज ने आरएसएस के पथ संचालन पर पुष्प वर्षा करके यह मैसेज दिया है की हिंदुस्तान का मुसलमान नफरतों के खिलाफ है और सामाजिक एकता और भाईचारा को आगे बढ़ाने के लिए हमेशा तत्पर है और आगे भी तत्पर रहेगा।
उन्होने आगे कहा मुद्दे का राजनीतिकरण कर दिया गया है, इसमें सिर्फ और सिर्फ एक उलेमा कारी इसहाक ने बहुत अच्छी बात की है कि पोस्टर लगाकर सड़कों पर निकलने से अल्लाह के रसूल को मोहब्बत का इजहार नहीं होगा। अल्लाह के रसूल के बताए हुए रास्ते पर चलने से मोहम्मद जाहीर करनी पड़ेगी मुसलमान को और यही संदेश हम देना चाहते हैं, कि असल मोहब्बत अल्लाह के रसूल से वह है कि जो मुसलमान अल्लाह के रसूल के बताए हुए रास्ते पर अपनी जिंदगी गुजारेगा सच्ची मोहब्बत वह है।