

यह गिरोह अपने ही गैंग के सदस्यों के नाम बैंक से पहले लोन पर लग्जरी कारे निकलवाता था और फिर किस्त ना जमा कर मेरठ जनपद के आरटीओ में काम करने वाले एक कर्मचारी के साथ मिलकर बैंक के फर्जी नो ड्यूज डॉक्यूमेंट बनाकर यह लोग मार्केट में इन कारों को बेचकर बैंक को चुना लगाने का काम करते थे।
पुलिस गिरफ्त में आऱोपी
Muzaffarnagar: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद की मंसूरपुर थाना पुलिस ने चेकिंग के दौरान रविवार को एक कार से तीन शातिर अभियुक्त शहजाद मलिक, प्रवीण कुमार और रविंदर यादव को गिरफ्तार किया है।
जिनके निशानदेही पर पुलिस ने लाखों रुपए की पांच लग्जरी कार दो महिंद्रा थार, एक महिंद्र एक्सयूवी, टोयोटा ग्लैंजा, एक महिंद्रा स्कार्पियो के साथ साथ बड़ी मात्रा में फर्जी डॉक्यूमेंट और लोन संबंधी दस्तावेज भी पुलिस ने बरामद किए हैं।
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आलाधिकारियों की माने तो ये 6 सदस्यों का एक गिरोह है, जिसके अभी तीन सदस्य पुलिस गिरफ़्त से बाहर है। यह गिरोह अपने ही गैंग के सदस्यों के नाम बैंक से पहले लोन पर लग्जरी कारे निकलवाता था और फिर किस्त ना जमा कर मेरठ जनपद के आरटीओ में काम करने वाले एक कर्मचारी के साथ मिलकर बैंक के फर्जी नो ड्यूज डॉक्यूमेंट बनाकर यह लोग मार्केट में इन कारों को बेचकर बैंक को चुना लगाने का काम करते थे।
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बरहाल अब पुलिस जहां इस गिरोह के बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी के प्रयास में जुट गई है तो वहीं पुलिस ये पता लगाने का भी प्रयास कर रही है कि इन लोगों ने अब तक बैंक को चूना लगाकर कितनी गाड़ियां इस तरह लोन पर लेकर फर्जी तरीके से मार्केट में बेची है।
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि थाना मंसूरपुर पुलिस द्वारा एक वाहनों के फेयर डॉक्यूमेंट तैयार करके और धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। उनके कब्जे से कुल पांच गाड़ियां बरामद की गई हैं, जिसमें सारी लग्जरी गाड़ियां हैं। इसमे से दो थार हैं, एक महिंद्रा एक्सयूवी है, एक टोयोटा ग्लैंजा है और एक महिंद्रा स्कार्पियो कार है।
पूछताछ में बताया कि यह लोग पहले गिरोह के जो सदस्य हैं, उनके नाम पर गाड़ियां फाइनेंस करवाते हैं और फिर उनकी किस्तें तोड़ देते हैं और फिर मार्केट में अलग-अलग कस्टमर को ये ढूंढते हैं और फिर यह उनसे कहते हैं कि हमारे पास में एक नई गाड़ी है जो कम चली हुई है, और उसे पर जो लोन है वह क्लियर है इस प्रकार यह उस गाड़ी को मार्केट में बेचकर पैसा कमाने का यह पूरा गिरोह चल रहा था।