

विंध्याचल के एक होटल में स्नान कर रही महिला का वीडियो होटल कर्मचारी ने चोरी-छिपे बनाकर सनसनी फैला दी। पीड़िता की तहरीर पर आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स- इंटरनेट)
Mirzapur: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के विंध्याचल क्षेत्र में स्थित एक होटल में एक महिला के साथ बड़ी शर्मनाक घटना सामने आई। गुरु पूर्णिमा पर्व के अवसर पर मां विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए लखनऊ से आई एक धार्मिक टोली में शामिल महिला होटल के बाथरूम में स्नान कर रही थी, तभी होटल के एक कर्मचारी ने चोरी-छिपे उसका आपत्तिजनक वीडियो बना लिया। महिला की चीख सुनकर आसपास के लोग और गुरुजी की टीम के सदस्य हक्के-बक्के रह गए। मामले को दबाने की कोशिशें हुईं, लेकिन पीड़ित पक्ष की सख्ती के बाद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
जानकारी के अनुसार, गुरु पूर्णिमा पर्व पर लखनऊ से एक प्रसिद्ध गुरु अपने अनुयायियों के साथ विंध्याचल पहुंचे थे। बुधवार रात सभी दर्शनार्थी एक निजी होटल में रुके थे। सुबह दर्शन से पहले महिला टोली की एक सदस्य अपने कमरे के बाथरूम में स्नान करने गई। इसी दौरान होटल के एक कर्मचारी आशीष मिश्रा ने बाथरूम की पिछली खिड़की से चोरी-छिपे महिला का वीडियो बना लिया और उसकी तस्वीरें भी खींच लीं।
स्नान करते वक्त हल्की आवाज सुनकर महिला को किसी अनहोनी का आभास हुआ। जब उसने ध्यान दिया तो खिड़की के पास कुछ हलचल दिखाई दी। शंका होने पर उसने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू किया और तुरंत बाथरूम से बाहर निकल आई। महिला की चीख-पुकार सुनकर गुरुजी की टोली के अन्य सदस्य और होटल कर्मचारी मौके पर जमा हो गए। जब महिला ने पूरी बात बताई तो सबके होश उड़ गए।
महिला और गुरुजी की टीम ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। आरोप है कि शुरू में पुलिस इस मामले को हल्का बताकर दबाने की कोशिश करती रही। लेकिन पीड़ित महिला और उसकी टीम ने किसी भी तरह के समझौते से इनकार कर दिया और कार्रवाई पर अड़े रहे।
गंभीर होते मामले को देखते हुए पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर होटल कर्मचारी आशीष मिश्रा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। सीओ सिटी विवेक जावला ने जानकारी देते हुए बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपी को तत्काल गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच जारी है। आरोपी के खिलाफ IPC की संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर विधिक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
इस शर्मनाक घटना ने एक बार फिर होटल और सार्वजनिक स्थलों पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। धर्म और आस्था के नाम पर आए श्रद्धालु अब खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन की ढिलाई और मामले को दबाने की कोशिशों से लोगों में नाराजगी है।
स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने प्रशासन से मांग की है कि होटल और गेस्ट हाउसों की नियमित जांच हो और महिला सुरक्षा को लेकर सख्त नियम लागू किए जाएं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
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