

यूपी एसटीएफ को दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के जनपद गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर में उद्यमियों के विरूद्ध झूठी शिकायतों की खबरे प्रसारित कर उद्यमियों को परेशान करने तथा रंगदारी वसूलने वाले गिरोह के तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस गिरफ्त में आरोपी
Noida: बीते कुछ दिनों से यूपी एसटीएफ को दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के जनपद गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर में उद्यमियों के विरूद्ध झूठी शिकायतों की खबरे प्रसारित कर उद्यमियों को परेशान करने तथा रंगदारी वसूलने वाले गिरोह के तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।
गिरफतार अभियुक्तों का विवरण
1-अंकुर गुप्ता पुत्र स्व० जयभगवान गुप्ता निवासी 49 ब्रजमोहन लेन, दरियागंज, दिल्ली।
2-हरनाम धवन पुत्र नरेन्द्र धवन निवासी एल-233 शास्त्रीनगर, थाना सरोय रोहिला, दिल्ली।
3-नरेन्द्र धवन पुत्र स्व० घनश्याम लाल निवासी एल-233 शास्त्रीनगर, थाना सरोय रोहिला, दिल्ली।
बरामदगी
1- 4 मोबाइल फोन
2- रू 62720/- नगद ।
3- 1 डालर अमेरिकी
4-01 फर्जी आधार कार्ड
5- 17 अदद डाक रसीदें
इसी क्रम में एसटीएफ नोएडा को पुख्ता सूत्रों के माध्यम से सूचना प्राप्त हुयी कि अंकुर गुप्ता एंव इसके कुछ साथी गाजियाबाद एवं नोएडा एवं दिल्ली में उद्यमियों को परेशान करने में संलिप्त हैं इनके द्वारा एक बिल्डर्स के विरूद्ध विभिन्न विभागों में शिकायतें करके तथा परेशान करने की नीयत से समाचार पत्र में खबर छपवाने एवं बिल्डर्स से ऐसा न करने के लिए 15 करोड़ रूपये की फिरौती मांगी गयी।
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बिल्डर्स द्वारा असमर्थता जाहिर की गयी तो इनके द्वारा फिरोती की रकम 15 करोड़ से घटाकर 05 करोड रूपया कर दिया गया, जिसमें से कुछ रकम बिल्डर्स से वसूल ली गयी बाकी के लिए दबाव बनाया जा रहा था। इस सूचना को विकसित करने के उपरान्त उपरोक्त तथ्यों की पुष्टि के लिए एसटीएफ नोएडा की टीम द्वारा बीते सोमवार को थाना क्षेत्र सराय रोहिया दिल्ली से अंकुर गुप्ता एवं इनके साथी हरनाम धवन तथा नरेन्द्र धवन को पूछताछ के लिए एसटीएफ फील्ड यूनिट गौतमबुद्धनगर के कार्यालय में लाया गया।
ॉतीनों व्यक्तियों से इन्दिरापुरम कमिश्नरेट गाजियाबाद पुलिस के साथ संयुक्त रूप से पूछताछ के आधार पर एंव इनके विरूद्ध अपराधिक कृत्य के साक्ष्य प्राप्त होने पर इन तीनों व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्त अंकुर गुप्ता ने पूछताछ पर बताया कि उसकी उम्र करीब 52 साल है और वह कक्षा 12 पास है। बताया कि उसकी दरियागंज में कपडे की दुकान थी। दुकान पर लिए गये लोन अदा नहीं करने के कारण बैंक की कार्यवाही के दौरान अभियुक्त अंकुर गुप्ता विभिन्न विभागों में शिकायतें करने लगा, जिससे उसको यह समझ आ गया कि किसी भी व्यक्ति को परेशान करने के लिए उसके खिलाफ झूठे आरोप लगाकर शिकायत कर देने से वह अपने बचाव में कुछ रकम शिकायतकर्ता को दे देता है।
इसके पश्चात अभियुक्त अंकुर गुप्ता ने दिल्ली एवं एनसीआर के उद्यमियों एवं बिल्डरों की झूठी शिकायते ई०डी०, सीबीआई, इन्कम टैक्स, विकास प्राधिकरण, ई०ओ०डब्लू० आदि विभागों में करना प्रारम्भ कर दिया। ऐसे में उद्यमी अपनी छवि को बचाने के लिए उसको कुछ धन दे देते थे।
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इस प्रकार के अवैध कार्यों को ओर विस्तृत रूप देने के लिए अभियुक्त अंकुर गुप्ता ने अपने साथ दिल्ली के फ्रीलॉन्सर एंव छोटे समाचार पत्रों के पत्रकारों को भी लालच देकर अपने साथ मिला लिया। दिल्ली अपटूडेट नाम से दिल्ली में स्थानीय खबरें प्रचारित करने वाले यू-ट्यूब चैनल एंव दैनिक समाचार पत्र प्रकाशित करने वाले पत्रकार नरेन्द्र धवन एवं उसके पुत्र हरनाम धवन को तथा कुछ अन्य को भी अपने सिंडीकेट में शामिल कर लिया, अब इनके द्वारा झूठी शिकायतों पर खबरे भी प्रकाशित की जानी लगी, जिससे उद्यमियों को अपनी छवि खराब होने का भय उत्पन्न होता था एंव वह इनकी शर्तों पर रंगदारी देने के लिए मजबूर हो जाते थे।
इनके द्वारा कई बिल्डरों के प्रोजेक्ट को लेकर इसी प्रकार शिकायतें की गई, जिसके कारण बिल्डर का प्रोजेक्ट पूरा होने में अनावश्यक रूप से देरी हुई एंव सैकड़ों की संख्या में खरीदारों को आर्थिक नुकसान के साथ-साथ घर मिलने में भी देरी होती थी। जिससे बिल्डर की साख पर बुरा असर पडता था।
पूछताछ में यह बात भी प्रकाश में आयी है कि वर्तमान में अभियुक्तों के टारगेट पर करोलबाग में यूनिटी ग्रुप द्वारा बनाये जा रहें The amarylls गाजियाबाद इन्द्रापुरम में शिप्रा एंव साया बिल्डर तथा इन्दिरापुरम के ही हारमनी बिल्डर छपरोला ग्रेटर नोएडा के केशवकुँज प्रोजेक्ट मे थे।