चंदौली में चोरी की बड़ी वारदात का खुलासा, जानिए गैंग कैसे चढ़ा पुलिस के हत्थे?

मुगलसराय पुलिस ने चार शातिर चोरों को गिरफ्तार कर पंचायत भवन और स्कूलों से चोरी हुए उपकरण किए बरामद। गैंग लीडर पर कई थानों में दर्ज हैं गंभीर आपराधिक केस।

Post Published By: सौम्या सिंह
Updated : 16 July 2025, 4:18 PM IST
google-preferred

Chandauli: जिले की मुगलसराय कोतवाली पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए शातिर चोरों के एक सक्रिय गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से करीब 11 लाख रुपये मूल्य का चोरी का सामान बरामद किया है। यह वही गैंग है जिसने बीते दो-तीन महीनों में पंचायत भवन, प्राथमिक विद्यालय और अन्य सरकारी संस्थानों में चोरी की वारदातों को अंजाम दिया था।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, गिरफ्तार चोरों की पहचान अलीनगर थाना क्षेत्र के रहने वाले लोगों के रूप में हुई है। इनमें से गैंग लीडर कौशिक बिंद के खिलाफ पहले से ही मुगलसराय, अलीनगर, चकिया और मिर्जापुर के अदलहाट थानों में कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार यह गैंग योजनाबद्ध तरीके से सरकारी संस्थानों की रेकी कर चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था।

शातिर चोरों के गैंग का भंडाफोड़

सीओ पीडीडीयू नगर कृष्ण मुरारी मिश्रा ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र में बीते कुछ महीनों से लगातार चोरी की घटनाएं सामने आ रही थीं, जिससे स्थानीय लोगों में डर और असुरक्षा की भावना बढ़ती जा रही थी। पुलिस ने इन घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए विशेष टीम गठित की और निगरानी बढ़ाई।

 

Theft Case Chandauli

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी

इसी दौरान पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति चोरी के सामान के साथ एक जगह एकत्र हो रहे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए चार शातिर चोरों को धर दबोचा। पूछताछ और तलाशी के दौरान पुलिस को बड़ी सफलता मिली। आरोपियों के पास से कंप्यूटर, लैपटॉप, रेफ्रिजरेटर, सीसीटीवी कैमरे, प्रोजेक्टर, माइक सेट, पंखे और अन्य कीमती इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद हुए।

सरकारी संस्थानों की रेकी कर देते थे चोरी को अंजाम

पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने पंचायत भवन, सरकारी स्कूल और अन्य संस्थानों को अपना निशाना बनाकर ये सामान चुराया था। खास बात यह है कि ये चोर पहले इन सरकारी संस्थानों की रेकी करते थे, फिर जब उन्हें लगता कि वहां सुरक्षा की व्यवस्था कमजोर है, तो रात के समय चोरी की वारदात को अंजाम देते थे।

गैंग लीडर कौशिक बिंद चोरी की योजना बनाता और बाकी साथियों को अलग-अलग भूमिका देकर उन्हें काम पर लगाता था। कोई रेकी करता, कोई ताले तोड़ता और कोई माल उठाने का जिम्मा संभालता था। चोरी के बाद ये लोग सामान को अलग-अलग स्थानों पर छिपा देते थे ताकि पुलिस को गुमराह किया जा सके।

चंदौली पुलिस की इस कार्रवाई से न सिर्फ कई पुराने मामलों का खुलासा हुआ है बल्कि स्थानीय लोगों को भी राहत की सांस मिली है। पुलिस ने चारों आरोपियों को संबंधित धाराओं में जेल भेज दिया है और आगे की जांच जारी है।

सीओ कृष्ण मुरारी मिश्रा ने बताया कि यह गैंग कई जिलों में सक्रिय था और इसके अन्य साथियों की तलाश की जा रही है। साथ ही पुलिस अन्य वारदातों में भी इनकी संलिप्तता की जांच कर रही है।

Location : 

Published :