

जीआरपी बलिया ने थानाध्यक्ष विवेकानन्द के नेतृत्व में मंगलवार को रेलवे स्टेशन बलिया पर साबरमती-दरभंगा एक्सप्रेस के ए-2 कोच सीट नम्बर-44 पर यात्रा कर रहा एक व्यक्ति संदिग्ध अवस्था में स्लेटी कलर के दो ट्राली बैग लेकर बैठा था।
जीआरपी की गिरफ्त में आरोपी
Ballia: खबर यूपी के बलिया से है, जहां जीआरपी बलिया ने थानाध्यक्ष विवेकानन्द के नेतृत्व में मंगलवार को रेलवे स्टेशन बलिया पर साबरमती-दरभंगा एक्सप्रेस के ए-2 कोच सीट नम्बर-44 पर यात्रा कर रहा एक व्यक्ति संदिग्ध अवस्था में स्लेटी कलर के दो ट्राली बैग लेकर बैठा था। जिसने पूछताछ में अपना नाम ओमप्रकाश चौधरी पुत्र आनन्द बिहारी चौधरी निवासी मरहियां जिला सारण बिहार बताया। उसके पास से स्लेटी कलर के दो ट्राली बैग में रुपयो की गड्डी रखा मिला।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार जिसके ओम प्रकाश चौधरी ने बताया कि इसमें कुल एक करोड़ 80 लाख रुपए नगद है। जिसे हमको झांसी से छपरा तक लेकर जाना है। जब रुपए के बारे में उससे कागजात मांगे गए तो उसने कोई भी कागजात प्रस्तुत नहीं किया और नाही सन्तोषजनक जवाब दिया। इसके बाद जीआरपी उसे लेकर थाना जीआरपी पर आई तथा उच्चाधिकारीगण को सूचित किया।
इसके अलावा बरामद रुपए के बारे में आवश्यक कार्रवाई के लिए आयकर उपनिदेशक (जांच), यूनिट-2 वाराणसी, जनपद वाराणसी को अवगत कराया गया। बरामद करने वाली टीम में जीआरपी बलिया थानाध्यक्ष विवेकानन्द, हेका अरविन्द यादव, हेका मोहसिन खान, का शिवकुमार तिवारी व का रामरक्षा यादव आदि रहे।
पुलिस ने जब इस रकम के कागजात मांगे तो वह कोई दस्तावेज नहीं दिखा सका। वह रकम के स्रोत के बारे में भी स्पष्ट जवाब नहीं दे पाया। कभी कहा कि ट्रक खरीदने के लिए पैसे ले जा रहा है, तो कभी कहा कि जमीन बेचकर मिले हैं।
जीआरपी ने इस मामले में आयकर विभाग के उपनिदेशक (जांच), यूनिट-2 वाराणसी को सूचित कर दिया है। बरामदगी में थानाध्यक्ष विवेकानंद के अलावा हेड कांस्टेबल अरविंद यादव, मोहसिन खान, कांस्टेबल शिवकुमार तिवारी और रामरक्षा यादव शामिल थे।
साबरमती-दरभंगा एक्सप्रेस में जिस तरह से भारी मात्रा में कैश को बरामद किया गया है, वो अपनेआप में चौंकाने वाला है, फिलहाल जीआरपी पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है।