

सोनौली बॉर्डर पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के डीआईजी मुन्ना सिंह ने गुरुवार देर रात एक औचक निरीक्षण किया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
सोनौली बॉर्डर पहुंचे एसएसबी के डीआईजी
महराजगंज: भारत-नेपाल सीमा पर स्थित सोनौली बॉर्डर पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के डीआईजी, गोरखपुर, मुन्ना सिंह ने गुरुवार देर रात एक औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने सीमा पर तैनात जवानों की सतर्कता और सुरक्षा व्यवस्था का गहनता से जायजा लिया। रात करीब 11 बजे शुरू हुए इस निरीक्षण में डीआईजी ने स्थानीय अधिकारियों और पुलिस के साथ मिलकर सीमा सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, डीआईजी मुन्ना सिंह ने सोनौली बॉर्डर पर तैनात एसएसबी जवानों द्वारा की जा रही जांच-पड़ताल की प्रक्रिया को बारीकी से देखा। उन्होंने सीमा पार करने वाले लोगों की संख्या, उनके दस्तावेजों की जांच और सुरक्षा प्रक्रियाओं की प्रभावशीलता का आकलन किया। इस दौरान उन्होंने सोनौली में स्थित एसएसबी की कंपनी और चेक पोस्ट का भी दौरा किया।
डीआईजी ने भारत और नेपाल के सुरक्षा अधिकारियों के बीच समन्वय और सहयोग पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने दोनों देशों के अधिकारियों के बीच संयुक्त रूप से कार्य करने की प्रक्रिया पर विचार-विमर्श किया और 24 घंटे सतर्कता बनाए रखने के लिए कड़े निर्देश दिए।
धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा
निरीक्षण के दौरान डीआईजी ने सीमा क्षेत्र में स्थित धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था का भी जायजा लिया। उन्होंने बताया कि सोनौली बॉर्डर न केवल व्यापार और पारगमन का महत्वपूर्ण मार्ग है, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से भी संवेदनशील क्षेत्र है। इस दौरान उन्होंने तकनीकी उपकरणों के उपयोग को बढ़ाने और निगरानी को और प्रभावी बनाने के उपायों पर चर्चा की। अवैध रूप से सीमा पार करने वाले या राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल तत्वों को पकड़ने के लिए विशेष योजनाओं पर जोर दिया गया। डीआईजी ने यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए कि सीमा पर चौबीसों घंटे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बनी रहे।
कई अधिकारी रहे मौजूद
इस मौके पर 22वीं वाहिनी के कमांडेंट शक्ति सिंह ठाकुर, सहायक कमांडेंट सी. विवेक, इंस्पेक्टर जीडी सुमित कुमार, इंस्पेक्टर जीडी अरुण पांडे, चौकी प्रभारी सोनौली वृजभान यादव सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे। अधिकारियों ने डीआईजी के साथ मिलकर सीमा पर सुरक्षा के सभी पहलुओं की समीक्षा की और उनके निर्देशों को लागू करने की प्रतिबद्धता जताई।
डीआईजी ने जोर देकर कहा कि भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए तकनीकी संसाधनों का उपयोग बढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही, स्थानीय स्तर पर समन्वय और सतर्कता को और प्रभावी बनाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।