

महराजगंज के पनियरा बंधे पर स्कूली बस अनियंत्रित होकर फिसल गई और बंधे से नीचे पानी के किनारे चली गई। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर
जीरो बांध पर फिसली स्कूली बस
महराजगंज: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां पनियरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत तेंदुअहिया में स्थित जीरो बांध पर सोमवार सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। गेहूंअना स्थित सीएसएल एकेडमी की एक स्कूल बस बच्चों को लेने जा रही थी, तभी अचानक बारिश के कारण बांध की चिकनी मिट्टी गीली और फिसलन भरी हो गई। इस वजह से बस अनियंत्रित होकर फिसल गई और बंधे से नीचे पानी के किनारे चली गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, बस में उस समय केवल दो छात्र सवार थे और बस चालक वाहन को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश कर रहा था, लेकिन गीली मिट्टी के कारण बस का संतुलन बिगड़ गया। बस बांध की ढलान पर फिसलते हुए नीचे जा पहुंची, लेकिन सौभाग्यवश कोई जनहानि नहीं हुई। बस में मौजूद दोनों छात्र और चालक पूरी तरह सुरक्षित हैं।
महराजगंज : स्कूल बस फिसली, बड़ा हादसा टला
➡️सोमवार सुबह ग्राम पंचायत तेंदुअहिया स्थित जीरो बांध पर एक स्कूल बस फिसल गई। ➡️बारिश के कारण बांध की मिट्टी गीली और फिसलन भरी हो गई थी, जिससे बस अनियंत्रित होकर पानी के किनारे चली गई। ➡️बस में सवार सभी बच्चे और चालक सुरक्षित ➡️स्थानीय… pic.twitter.com/2Jen7yLw44— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) May 19, 2025
घटना के तुरंत बाद आस-पास के ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और राहत कार्य में जुट गए। ग्रामीणों की तत्परता और ईश्वर की कृपा से एक बड़ी दुर्घटना टल गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह मार्ग पहले से ही संकरी और अस्थाई स्थिति में है, जिस पर बारिश के समय फिसलन बहुत बढ़ जाती है। इसके बावजूद स्कूल वाहन नियमित रूप से इसी रास्ते से गुजरते हैं, जिससे छात्रों की सुरक्षा को खतरा बना रहता है।
अभिभावकों ने जताई चिंता
इस घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है और अभिभावकों में चिंता देखी जा रही है। स्थानीय निवासियों और अभिभावकों ने प्रशासन से मांग की है कि जीरो बांध के इस रास्ते को पक्का किया जाए और यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। फिलहाल, मार्ग पहले से ही संकरी और अस्थाई स्थिति में है, इस कारण बारिश के समय फिसलन बहुत बढ़ जाती है और हादसे का खतरा बना रहता है।
वहीं, स्कूल प्रशासन की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि घटना की गंभीरता को देखते हुए वे भी भविष्य में परिवहन के लिए सुरक्षित वैकल्पिक मार्ग चुनेंगे।