

नौतनवां में बिजली विभाग के एक संविदा लाइनमैन को विद्युत की चपेट में आने के कारण गंभीर चोटें आईं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
पीड़ित
महराजगंज: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले के नौतनवां क्षेत्र में एक दुखद हादसा सामने आया है, जहां बिजली विभाग के एक संविदा लाइनमैन को विद्युत की चपेट में आने के कारण गंभीर चोटें आईं। यह घटना सोनौली विद्युत उपकेंद्र के चकदह फीडर क्षेत्र में शनिवार दोपहर की है, जहां 26 वर्षीय जमीउल्लाह पुत्र वली मोहम्मद, बुरी तरह झुलस गया। इस हादसे ने न केवल स्थानीय लोगों को झकझोर दिया, बल्कि बिजली विभाग की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, शुक्रवार को आई तेज आंधी और तूफान के कारण चकदह फीडर की 11,000 वोल्ट की बिजली लाइन प्रभावित हो गई थी। इस वजह से ग्राम पंचायत जमुहानी टोला बिचउआपुर में बिजली आपूर्ति ठप हो गई थी। शनिवार को बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए जमीउल्लाह बिजली के खंभे पर चढ़कर लाइन की जांच कर रहे थे। इसी दौरान अचानक बिजली आपूर्ति शुरू हो गई, जिसके कारण वे उच्च वोल्टेज की चपेट में आ गए। करंट का झटका इतना तेज था कि जमीउल्लाह खंभे से नीचे गिर पड़े और गंभीर रूप से झुलस गए।
स्थानीय लोगों ने पहुंचाया अस्पताल
वहीं हादसे के तुरंत बाद आसपास के लोगों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जमीउल्लाह को नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) रतनपुर पहुंचाया। वहां उनकी हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जिला अस्पताल में गहन चिकित्सा के बाद उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है, लेकिन वे अभी भी खतरे से पूरी तरह बाहर नहीं हैं। इस घटना ने उनके परिवार और स्थानीय समुदाय में शोक और चिंता की लहर पैदा कर दी है।
सोनौली विद्युत उपकेंद्र के जूनियर इंजीनियर (जेई) उपेंद्र कुमार ने इस हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि जमीउल्लाह संविदा लाइनमैन के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने कहा कि यह हादसा अचानक बिजली आपूर्ति शुरू होने के कारण हुआ, जिसके चलते लाइनमैन गंभीर रूप से घायल हो गया। जेई ने यह भी बताया कि विभाग द्वारा मामले की जांच शुरू कर दी गई है ताकि यह पता लगाया जा सके कि बिजली आपूर्ति शुरू होने की सूचना लाइनमैन तक क्यों नहीं पहुंची।
लापरवाही के कारण होती हैं ऐसी घटनाएं
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं अक्सर लापरवाही और उचित सुरक्षा प्रोटोकॉल के अभाव में होती हैं। कई बार लाइनमैन को बिना पर्याप्त सुरक्षा उपकरणों के खतरनाक परिस्थितियों में काम करना पड़ता है। इस हादसे के बाद स्थानीय समुदाय ने बिजली विभाग से मांग की है कि कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े नियम लागू किए जाएं। जमीउल्लाह के परिवार ने भी प्रशासन और बिजली विभाग से इस मामले में उचित सहायता और मुआवजे की मांग की है।