

महराजगंज में जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। डीएम ने सड़क दुर्घटनाओं की गंभीरता पर चिंता जताते हुए सभी विभागों को ठोस कार्ययोजना बनाने और तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने ब्लैक स्पॉट्स पर सुधार कार्य, स्कूली बस चालकों का प्रशिक्षण, हेलमेट-सीट बेल्ट की अनिवार्यता और “गुड समेरिटन” नागरिकों को सम्मानित करने की व्यवस्था पर जोर दिया। जानिए पूरी खबर
महराजगंज में सड़क सुरक्षा पर सख्त
महराजगंज: कलेक्ट्रेट सभागार में सोमवार को जिलाधिकारी श्री संतोष कुमार शर्मा की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की समीक्षा बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिले में हो रही सड़क दुर्घटनाओं, उनके कारणों और चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स की स्थिति पर विस्तार से चर्चा हुई।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी ने बताया कि अगस्त माह में कुल 51 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 29 लोगों की मौत हो गई। इस पर गहरी चिंता जताते हुए डीएम ने कहा कि सड़क हादसे केवल संख्याएं नहीं हैं, बल्कि इनके साथ कई परिवार तबाह हो जाते हैं। प्रायः इनमें युवाओं और परिवार के मुखियाओं की मौत होती है, जिससे दुर्घटनाओं का दर्द और भी गंभीर हो जाता है।
ब्लैक स्पॉट्स पर तत्काल सुधार कार्य
डीएम ने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिया कि सभी ब्लैक स्पॉट्स पर तत्काल सुधार कार्य कराया जाए। उन्होंने सड़कों पर साइन बोर्ड, रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप, स्पीड ब्रेकर और चेतावनी संकेतक लगाने का आदेश दिया। विशेष रूप से गोरखपुर–महराजगंज मार्ग पर सुरक्षा संकेतक तुरंत लगाए जाने के निर्देश दिए।
सड़क किनारे झाड़ियों की समय-समय पर कटाई
उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं में घायलों की मदद करने वाले नागरिकों को "गुड समेरिटन" प्रमाण पत्र और पुरस्कार देने की घोषणा की। साथ ही स्कूली बस चालकों का अनिवार्य रूप से प्रशिक्षण कराने और छात्रों को सड़क सुरक्षा संबंधी जागरूकता देने पर बल दिया। डीएम ने यह भी कहा कि सड़क किनारे झाड़ियों की समय-समय पर कटाई कराई जाए, जिससे दृश्यता बनी रहे और दुर्घटनाओं की आशंका कम हो।
तेज गति व ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
पुलिस विभाग को विशेष अभियान चलाकर हेलमेट और सीट बेल्ट के अनिवार्य प्रयोग को सुनिश्चित करने तथा तेज गति व ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। डीएम ने चेतावनी दी कि यदि सरकारी कर्मचारी यातायात नियमों का उल्लंघन करते पाए गए तो संबंधित विभागाध्यक्ष को इसकी जानकारी दी जाएगी।
पीड़ितों को त्वरित उपचार उपलब्ध कराने की तैयारी
स्वास्थ्य विभाग को "गोल्डन ऑवर" में पीड़ितों को त्वरित उपचार उपलब्ध कराने की तैयारी रखने को कहा गया। साथ ही स्कूलों और पंचायत स्तर पर जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए ताकि आमजन सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति गंभीर हो सकें।
सड़क हादसों को रोकने की दिशा में प्रभावी कदम
अंत में डीएम ने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय बनाकर ठोस कार्ययोजना तैयार करें और सड़क हादसों को रोकने की दिशा में प्रभावी कदम उठाएं। बैठक में एआरटीओ मनोज सिंह, अधिशासी अभियंता राजकुमार मिश्रा, डीआईओएस प्रदीप कुमार शर्मा, बीएसए ऋद्धि पांडेय सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।