

महराजगंज के ग्रामसभा दुधराई स्थित शिव मंदिर परिसर में सेवा पर्व के तहत जन-जागरूकता गोष्ठी का आयोजन हुआ। इस दौरान वर्षा जल संचयन, जल स्रोतों के संरक्षण और मानव–वन्यजीव संघर्ष जैसे अहम मुद्दों पर विशेषज्ञों और अधिकारियों ने ग्रामीणों को जागरूक किया। जानिए पूरी खबर
डीएफओ ने की जन-जागरूकता
महराजगंज: उत्तर प्रदेश के महराजगंज में सेवा पर्व (17 सितम्बर से 02 अक्टूबर 2025) के अंतर्गत सोमवार को ग्रामसभा दुधराई के शिव मंदिर परिसर में एक विशेष जन-जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीणों को वर्षा जल संचयन, जल स्रोतों के संरक्षण और मानव–वन्यजीव संघर्ष जैसी गंभीर चुनौतियों के प्रति जागरूक करना रहा।
दुधराई के ग्राम प्रधान सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद
जानकारी के मुताबिक, डीएफओ निरंजन सुर्वे की मौजूदगी के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में प्रभागीय वनाधिकारी महराजगंज उपस्थित रहे। उनके साथ क्षेत्रीय वन अधिकारी अजीत कुमार, वाइल्ड लाइफ ट्रस्ट ऑफ इंडिया के प्रोजेक्ट हेड अर्शद हुसैन और वनकर्मी, ग्राम सभा महेशपुर कबेलवा एवं दुधराई के ग्राम प्रधान सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
जल संकट की समस्या का स्थायी समाधान
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने बताया कि वर्षा जल संचयन से न केवल भू-जल स्तर को बचाया जा सकता है बल्कि जल संकट की समस्या का स्थायी समाधान भी निकाला जा सकता है। उन्होंने ग्रामीणों को छोटे-छोटे प्रयासों जैसे घरों में वर्षा जल संरक्षित करने, तालाबों और कुओं की सफाई करने तथा पारंपरिक जल स्रोतों के संरक्षण के लिए प्रेरित किया।
जंगल से सटे गांवों में यह समस्या लगातार बढ़ रही
इसके साथ ही मानव–वन्यजीव संघर्ष जैसे संवेदनशील विषय पर भी विस्तार से चर्चा हुई। अधिकारियों ने कहा कि जंगल से सटे गांवों में यह समस्या लगातार बढ़ रही है। वन्यजीवों और मनुष्यों के बीच टकराव को रोकने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं। ग्रामीणों से अपील की गई कि वे वन विभाग के साथ मिलकर काम करें और किसी भी घटना की सूचना तत्काल विभाग को दें। गोष्ठी के दौरान विशेषज्ञों ने ग्रामीणों को व्यवहारिक सुझाव भी दिए, जैसे कि फसलों की सुरक्षा के उपाय, मवेशियों की निगरानी और वन्यजीवों के प्राकृतिक आवास को संरक्षित करने के तरीके।