

भीषण गर्मी और उमस से बेहाल यूपी के लखीमपुर खीरी जनपद में बारिश ने राहत दी है। पढे़ं डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
बारिश के बाद किसानों के चेहरों पर लौटी मुस्कान
लखीमपुर खीरी: भीषण गर्मी और उमस से बेहाल उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में सोमवार को मौसम ने राहत की सौगात दी। बीते कई दिनों से झुलसाने वाली गर्मी झेल रहे लोगों के चेहरों पर आज पहली बार राहत की मुस्कान नजर आई, जब मौसम विभाग के अलर्ट के बाद जिले में अचानक मौसम ने करवट ली और आसमान में बादल छा गए। तेज हवाओं के साथ शुरू हुई रिमझिम बारिश ने जहां आम जनजीवन को राहत दी, वहीं किसानों के लिए यह बारिश किसी संजीवनी से कम नहीं रही।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पिछले एक सप्ताह से जिले में तापमान लगातार 42 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ था। लू के थपेड़ों और चिलचिलाती धूप के कारण लोग दिन में घर से निकलने से बच रहे थे। स्कूली बच्चों, बुजुर्गों और श्रमिक वर्ग पर इसका खासा असर पड़ा था। अस्पतालों में लू और डिहाइड्रेशन के मरीजों की संख्या में भी इजाफा देखने को मिला था। ऐसे में सोमवार को हुई बारिश लोगों के लिए प्रकृति का वरदान बनकर आई।
बारिश से फसलों में सुधार
बारिश के कारण तापमान में अचानक गिरावट दर्ज की गई और वातावरण में ठंडक घुल गई। सड़कों पर दौड़ते वाहन, बाजारों में खरीदारी करते लोग और घरों की छतों पर बारिश का आनंद लेते बच्चे- यह सब दृश्य गर्मी से त्रस्त लोगों की राहत को बयां कर रहे थे।
किसानों के लिए यह बारिश विशेष रूप से फायदेमंद रही। इस समय जिले में गन्ना, उड़द, मूंग, मूंगफली जैसी फसलें खेतों में खड़ी हैं, जिन्हें पानी की सख्त जरूरत थी। समय पर हुई बारिश से इन फसलों को पोषण मिला है और उत्पादन में भी सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। किसान बताते हैं कि, अगर दो-तीन दिन और ऐसी ही हल्की बारिश होती रही, तो इस बार मूंगफली और उड़द की अच्छी पैदावार होने की संभावना है।
खेतों में लौटी हरियाली की उम्मीद
इसके अलावा, बारिश के बाद अब किसान धान की रोपाई की तैयारी में जुट गए हैं। कई किसानों की धान की नर्सरी पहले से तैयार है, लेकिन पर्याप्त पानी के अभाव में रोपाई रुकी हुई थी। अब खेतों में नमी आने से यह काम शुरू हो गया है।
जिला स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, तापमान कम होने से हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन के मामलों में कमी आने की संभावना है। डॉक्टरों ने लोगों को अभी भी सतर्क रहने और मौसम के बदलाव को ध्यान में रखते हुए खानपान व दिनचर्या में सावधानी बरतने की सलाह दी है।
कुल मिलाकर, लखीमपुर खीरी में सोमवार को हुई बारिश ने जनजीवन को राहत दी है और किसानों को नई उम्मीद की किरण दिखाई है। यह वर्षा न सिर्फ फसलों के लिए संजीवनी बनी, बल्कि आम लोगों के स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति पर भी सकारात्मक प्रभाव डालेगी।