

कौशाम्बी में खुफिया एजेंसियों और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त रूप से कौशांबी जिले में अभियान चलाकर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की ये रिपोर्ट
NIA (सोर्स-इंटरनेट)
कौशाम्बी: देशभर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर खुफिया एजेंसियां पूरी तरह सतर्क हैं। हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसी सिलसिले में खुफिया एजेंसियों और स्थानीय पुलिस ने संयुक्त रूप से कौशांबी जिले में अभियान चलाकर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है।
खुफिया रिपोर्ट की जानकारी
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, खुफिया रिपोर्ट से पता चला है कि कौशांबी जिले के अलग-अलग इलाकों में छह पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं। इन नागरिकों के वीजा स्टेटस की जांच की गई, जिसमें पता चला कि ये लोग लॉन्ग टर्म वीजा (एलटीवी) और टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे। इनकी गतिविधियों और मौजूदगी की गहन जांच के बाद अब इन्हें वापस पाकिस्तान भेजने की तैयारी की जा रही है।
पाकिस्तानी नागरिक की मौजूदगी भारत के लिए खतरा
जानकारी के मुताबिक ये पाकिस्तानी नागरिक करारी, भरवारी और महागांव जैसे इलाकों में अपने रिश्तेदारों के घर रह रहे थे। इन नागरिकों के स्थानीय भारतीय नागरिकों से पारिवारिक संबंध हैं, जिसकी आड़ में ये लंबे समय से यहां रह रहे थे। हालांकि मौजूदा सुरक्षा माहौल और बढ़ते खतरों को देखते हुए अब भारत में इनकी मौजूदगी को खतरे के तौर पर देखा जा रहा है।
पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान
पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने मिलकर इन सभी पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान कर ली है। इस संबंध में पुलिस अधिकारियों ने खुफिया विभाग के साथ अहम बैठकें भी की हैं, जिसमें इनके दस्तावेजों, वीजा स्टेटस और स्थानीय गतिविधियों की गहन समीक्षा की गई। बैठक में तय किया गया कि सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए इन्हें जल्द से जल्द भारत से वापस भेजा जाएगा।
संदिग्ध गतिविधि बर्दाश्त नहीं
जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि इस कार्रवाई का उद्देश्य किसी भी तरह के संभावित खतरे को समय रहते खत्म करना है। इस समय देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और ऐसे में किसी भी संदिग्ध गतिविधि या अनाधिकृत निवास को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बताया जा रहा है कि जिन पाकिस्तानी नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, उनकी गतिविधियों पर पिछले कई महीनों से नजर रखी जा रही थी। शुरुआती जांच में उनके किसी आपराधिक गतिविधि में शामिल होने की बात सामने नहीं आई है, लेकिन बढ़ते सुरक्षा जोखिम को देखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है।
कार्रवाई से हड़कंप
वहीं स्थानीय स्तर पर भी इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है। करारी, भरवारी और महगांव के लोगों में यह चर्चा का विषय बन गया है कि आखिर उनके बीच रहने वाले लोग ही अब सवालों के घेरे में कैसे आ गए हैं। कुछ लोगों ने प्रशासन के इस कदम का समर्थन करते हुए कहा कि देश की सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए। पुलिस विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी ऐसे नागरिकों की नियमित जांच की जाएगी जो विदेश से आए हैं और स्थानीय स्तर पर रह रहे हैं। यदि किसी व्यक्ति का वीजा समाप्त पाया गया या उसकी गतिविधियां संदिग्ध पाई गईं तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।