

जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने नगर पंचायत कदौरा के विभिन्न विकास कार्यों का निरीक्षण किया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने किया निरीक्षण
जालौन: जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने नगर पंचायत कदौरा का दौरा किया, जहां उन्होंने विभिन्न विकास कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अमृत सरोवर योजना के तहत सदर तालाब के निर्माण कार्य की प्रगति का जायजा लिया और नगर के अन्य जल स्रोतों की स्थिति का स्थलीय निरीक्षण किया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, निरीक्षण के दौरान नाला सफाई कार्य की धीमी गति पर असंतोष जताते हुए जिलाधिकारी ने अधिकारियों को बारिश से पहले सफाई कार्य को निर्धारित समय में पूरा करने के सख्त निर्देश दिए है। इसके साथ ही उन्होंने उपजिलाधिकारी और अधिशासी अधिकारी को नगर में वार्डों की नालियों की सफाई कार्य की नियमित निगरानी करने और स्वच्छता योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने का आदेश भी दिया है।
तालाबों के संरक्षण पर दिया जोर
जिलाधिकारी ने नगर भ्रमण के दौरान धोबीपुर, बम्होरी, खेड़ापति और मंशामता तालाब सहित नगर क्षेत्र के कुल 13 तालाबों के संरक्षण और विकास पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने थानाध्यक्ष और अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत कदौरा को स्पष्ट रूप से निर्देशित करते हुए कहा कि नगर स्थित जलाशयों को प्रदूषित करने वाले कारकों और व्यक्तियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ प्रभावी कार्यवाही करें ताकि जल निर्मल रहे। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि जलाशयों की महत्ता को देखते हुए इनकी साफ-सफाई, गहरीकरण, सौंदर्यीकरण और नियमित रखरखाव को प्राथमिकता दी जाए।
उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर तालाबों के किनारे "एक पेड़ मां के नाम" अभियान के तहत वृक्षारोपण शुरू करने का सुझाव दिया। इसके साथ ही, जिलाधिकारी ने यह भी निर्देशित किया कि तालाबों के पाथ-वे (मार्ग) पर सजावटी और छायादार पौधे लगाए जाएं, जिससे न केवल पर्यावरण संरक्षण को बल मिले, बल्कि तालाब परिसर का सौंदर्य भी बढ़े। उन्होंने यह भी कहा कि पौधरोपण से आने वाले समय में क्षेत्र में हरियाली बढ़ेगी और लोगों को शुद्ध वायु भी मिलेगी।
जिलाधिकारी ने कहा कि पौधरोपण से क्षेत्र में हरियाली बढ़ेगी और लोगों को शुद्ध हवा मिलेगी। उन्होंने तालाबों की नियमित निगरानी, जलभराव की स्थिति बनाए रखने और स्थानीय लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वर्षा जल के संचयन और जल संकट से निपटने के लिए तालाबों का संरक्षण अत्यंत आवश्यक है। सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करना होगा ताकि इन प्राकृतिक जल स्रोतों को जीवंत और उपयोगी बनाया जा सके।
निरीक्षण के दौरान ये रहे मौजूद
इस अवसर पर नगर पंचायत अध्यक्ष अर्चना शिवहरे, उपजिलाधिकारी शुशील सिंह, सीओ अवधेश सिंह, अधिशासी अधिकारी राम अचल कुरील और सीएनडीएस के प्रोजेक्ट मैनेजर रंजीत कुमार सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।