

उत्तर प्रदेश के जालौन में जिलाधिकारी के औचक निरीक्षण से मचा हड़कंप। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
जिला अधिकारी ने औचक निरीक्षण किया
जालौन: उत्तर प्रदेश के जालौन में जिलाधिकारी ने औचक निरीक्षण कर सबको चौका दिया है। पूरा मामला जालौन के उरई का बताया जा रहा है। जहां जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने शुक्रवार के सुबह 10:10 बजे जनपद के विभिन्न शासकीय कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, इस निरीक्षण में 48 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। जो अधिकारी अनुपस्थित थे उनका एक दिन का वेतन रोकते हुए उनसे उनकी अनुपस्थित का स्पष्टीकरण मांगा गया है।
जिलाधिकारी राजेश कुमार निरीक्षण करन के लिए सबसे पहले प्रांतीय खंड कार्यालय पहुँकर जायजा लिया। इस निरीक्षण के दौरान उन्हे पता चला की 09 कर्मचारी अनुपस्थित है। इसके बाद उन्होने उनसे अनुपस्थित होने का स्पष्टीकरण मांगते हुए कर्मचारियों की 1 दिन की सैलेरी काट दी गई। इसके बाद लोक निर्माण विभाग प्रथम में 11 अधिकारी अनुपस्थित थे। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में जिला विद्यालय निरीक्षक राजकुमार पंडित सहित 11 कर्मचारी मौजुद नही थे।बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में 02 कर्मचारी मौजुद नही थे। नगर पालिका परिषद उरई में अधिशासी अधिकारी सहित राम अचल कुरील समेत 08 अधिकारियों पर नकेल की गई। विद्युत वितरण खंड प्रथम कार्यालय उरई में अधिशासी अभियंता जितेंद्र नाथ सहित 07 कर्मचारी गैरहाजिर पाए गए।
प्रांतीय खंड कार्यालय में जिला अधिकारी राजेश कुमार ने टी हुई कुर्सियाँ, गंदगी और सामान के अनुचित रखरखाव पर नाराज़गी जताते हुए जिलाधिकारी ने साफ-सफाई, रंगाई पुताई और समुचित रखरखाव के निर्देश दिए है।
नगर पालिका परिषद उरई में स्थापित डेडीकेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर की समीक्षा के दौरान शिकायतों के निस्तारण की प्रक्रिया संतोषजनक नहीं पाई गई। तैनात कर्मचारी कोई स्पष्ट विवरण नहीं दिखा सके। इस पर जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि शिकायतों के निस्तारण हेतु एक रजिस्टर बनाया जाए, जिसमें शिकायतकर्ता का नाम, समय, दिनांक एवं निस्तारण की स्थिति का विवरण दर्ज किया जाए।
जिलाधिकारी राजेश कुमार ने निर्देशित किया कि सभी अधिकारी प्रातः 10 से 12 बजे तक कार्यालय में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें और इस अवधि में जनता की शिकायतों का समाधान करें।