

उत्तर प्रदेश में महिला उत्पीड़न के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है, खासकर अनचाही फोन कॉल्स, साइबर बुलिंग और घरेलू हिंसा की घटनाओं में। 1090 वीमेन पावर लाइन पर 2024 में इन मामलों में 12% की वृद्धि देखी गई है।
महिला उत्पीड़न के मामलों में बढ़ोतरी
Lucknow News: उत्तर प्रदेश में महिला उत्पीड़न के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है, जिसका प्रमुख कारण अनचाही फोन कॉल्स, साइबर बुलिंग और घरेलू हिंसा है। 1090 वीमेन पावर लाइन के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2024 में महिला उत्पीड़न से संबंधित मामलों में 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। यह आंकड़े यह संकेत देते हैं कि महिलाएं विभिन्न तरह के उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं, जिससे उनकी मानसिक स्थिति पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
राजधानी लखनऊ में सबसे अधिक मामले
राजधानी लखनऊ से सबसे अधिक शिकायतें मिल रही हैं। 1090 वीमेन पावर लाइन को जुलाई से अगस्त के बीच प्रतिमाह करीब पांच हजार कॉल्स मिल रही हैं। यह आंकड़ा यह दर्शाता है कि राजधानी में महिला उत्पीड़न की घटनाएं काफी अधिक हो रही हैं, जिसके कारण महिला सुरक्षा के मुद्दे को और अधिक गंभीरता से उठाने की आवश्यकता है।
मुख्य शिकायतें और उनके कारण
1090 वीमेन पावर लाइन में प्राप्त होने वाली शिकायतों में सबसे अधिक मामले अनचाही फोन कॉल्स और साइबर बुलिंग के हैं। इसके अलावा, घरेलू हिंसा, रिश्तों में दरार, और दहेज प्रताड़ना भी प्रमुख समस्याएं हैं। इन मामलों में महिलाओं को मानसिक और शारीरिक दोनों प्रकार का उत्पीड़न सहना पड़ता है, जो उनके आत्मविश्वास को प्रभावित करता है। इन कारणों से महिलाएं मानसिक तनाव का सामना करती हैं और अक्सर खुद को सुरक्षित महसूस नहीं करतीं।
काउंसलिंग से बढ़ रही मदद
1090 वीमेन पावर लाइन की डिप्टी एसपी, विनोद यादव के अनुसार, घरेलू हिंसा के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं, खासकर शहरी इलाकों में। ऐसे मामलों में पीड़ित महिलाओं को काउंसलिंग के माध्यम से मानसिक शांति दी जा रही है। इस दिशा में यूनिसेफ के 36 मनोवैज्ञानिकों की मदद ली जा रही है, जो हर दिन सैकड़ों महिलाओं की काउंसलिंग कर उन्हें आत्मविश्वास प्रदान करते हैं।
2023-2024 में बढ़ी शिकायतों की संख्या
वर्ष 2023-2024 के बीच 1090 वीमेन पावर लाइन में कॉल्स की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। 2023 में कुल 4,00,000 कॉल्स आईं, जबकि 2024 में यह संख्या बढ़कर 4,50,000 हो गई। इसका मतलब यह है कि महिला उत्पीड़न और इससे संबंधित घटनाओं में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है।
प्रदेशभर से आने वाली शिकायतों का आंकड़ा
वर्ष 2025 के जुलाई महीने में 1090 वीमेन पावर लाइन को प्रदेशभर से 43,000 से अधिक शिकायतें प्राप्त हुईं। इनमें से 13,925 शिकायतें फोन और साइबर बुलिंग से संबंधित थीं, जबकि 28,933 शिकायतें अन्य मामलों से संबंधित थीं। इस डेटा से यह साफ होता है कि उत्पीड़न के विभिन्न प्रकार की घटनाएं महिलाओं के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बन चुकी हैं।
मनोवैज्ञानिक सहायता की भूमिका
अपर पुलिस अधीक्षक विजय त्रिपाठी के अनुसार पूरे प्रदेश से प्रतिदिन लगभग सात हजार से अधिक कॉल्स आती हैं, जिनमें से 60 प्रतिशत मामलों में मनोवैज्ञानिक सहायता की आवश्यकता होती है। यूनिसेफ के मनोवैज्ञानिक इन महिलाओं की काउंसलिंग करते हैं, ताकि उन्हें मानसिक शांति मिल सके और वे किसी गलत कदम से बच सकें। यह सहायता उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद करती है, जिससे वे उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठा सकती हैं।