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फतेहपुर में एक बुजुर्ग से नोटों की गड्डी बदलकर धोखाधड़ी करने वाले शातिर अपराधी रोहित सिंह को गाजीपुर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से 23,000 रुपये और एक मोबाइल फोन बरामद हुआ। आरोपी पर 15 से अधिक गंभीर मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
Fatehpur: जिले में लगातार बढ़ते आर्थिक अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे अभियान का बड़ा परिणाम बुधवार को सामने आया। गाजीपुर थाना पुलिस ने बुजुर्ग से धोखाधड़ी कर नोटों की गड्डी बदलने वाले कुख्यात अपराधी रोहित सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके कब्जे से 23,000 रुपये नकद और एक एंड्रॉयड मोबाइल फोन बरामद किया है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह घटना कुछ दिन पहले की है, जब बड़ौदा ग्रामीण बैंक के सामने एक बुजुर्ग व्यक्ति से आरोपी ने चतुराई से नोटों की गड्डी बदल ली थी। पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए थे।
इसी के तहत गाजीपुर थाना पुलिस ने इलाके में संदिग्धों पर नजर रखकर आरोपी को धर दबोचा।
थाना प्रभारी हनुमान प्रताप सिंह के नेतृत्व में उपनिरीक्षक हिमांशू सिंह, हेड कांस्टेबल वेदमणि ओझा और कांस्टेबल ललित मिश्रा की टीम ने खेसहन पुलिया से आरोपी रोहित सिंह को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसकी तलाशी ली, जिसमें धोखाधड़ी से हासिल 23,000 रुपये और एक एंड्रॉयड फोन मिला। बरामद सामान को पुलिस ने कब्जे में ले लिया और मुकदमे में धारा 317(2) बीएनएस भी बढ़ा दी गई।
पुलिस के अनुसार, आरोपी रोहित सिंह का अपराध रिकॉर्ड लंबा और गंभीर है। उसके खिलाफ 15 से अधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें आर्म्स एक्ट, एससी/एसटी एक्ट, गुंडागर्दी नियंत्रण अधिनियम, एनडीपीएस एक्ट और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम जैसे संगीन मामले शामिल हैं। वह गाजीपुर थाना क्षेत्र का शातिर और वांछित अपराधी माना जाता रहा है। पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश में थी।
जांच में यह बात सामने आई है कि आरोपी मौके तलाशकर खासतौर पर बुजुर्गों को निशाना बनाता था। बैंक के बाहर खड़े लोगों से बातचीत कर वह भरोसा जीतता और फिर अवसर पाकर बैग या गड्डी बदल देता था। पुलिस ने बताया कि रोहित सिंह को गिरफ्तार कर सभी आवश्यक कार्रवाई पूरी करते हुए न्यायालय भेज दिया गया है। पुलिस अब उससे यह जानने का प्रयास कर रही है कि क्या वह किसी गिरोह से जुड़ा हुआ था या अकेले ही इस तरह की घटनाओं को अंजाम देता था।